जमशेदपुर: शहर अब कोई भी संदिग्ध दिखा तो उसकी जानकारी पुलिस को जल्द ही मिल जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार चार करोड़ की लागत से लौहनगरी में पांच सौ से अधिक कैमरे लगा रही है. ये कैमरे ऐसी जगहों पर लगाए जाएंगे जहां से आने-जाने वाले सभी यात्रियों पर पैनी नजर रखी जा सके. इन कैमरों को फेस रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा.
देश के किसी भी थाने से संदिग्ध की फोटो अपलोड की जा सकेगी
देश के किसी भी थाने से संदिग्ध अपराधी का फोटो जारी कर सॉफ्टवेयर में जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही कम्पोजिट कंट्रोल रूम में सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा. सॉफ्टवेयर में लिंक होते ही सभी 4K यू एचडी कैमरे में तस्वीर पहुंच जाएगी. जब उस फोटो से मैच करता कोई व्यक्ति कैमरे के सामने से गुजरेगा तो कैमरा सॉफ्टवेयर की मदद से अपने आप कंट्रोल रूम को जानकारी देगा.
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विदेशों में तरकीब
चीन पहले ही फैसियल रिकॉग्निशन सिस्टम अपना चुका है. इसका इस्तेमाल रेलवे और एयरपोर्ट की सुरक्षा, अपराध की रोकथाम और यातायात नियंत्रण के लिए करता है.