जमशेदपुर: सालों से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले आदिम जनजाति के लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता था. जिला प्रसाशन की नई योजना से अब ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के चिंता करने की जरूरत नहीं है. जिला कल्याण विभाग और परियोजना निदेशालय की ओर से अब उनके घर तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है.
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1 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि स्वीकृत
पानी पहुंचाने के परियोजना के तहत दस ऐसे गावों को चिन्हित किया जा रहा है, जहां आदिम जनजाति के लोगों की संख्या ज्यादा है. इसके लिए कल्याण विभाग द्वारा 1 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है.
कैसे मिलेगा पानी
घर-घर पानी पहुंचाने की परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए सोलर बेस्ड वाटर सिस्टम को बढ़ावा दिया जाएगा. जिन गांवों में बिजली नहीं है वहां सोलर बेस्ड वाटर पैनल द्वारा मोटर को बिजली दी जाएगी इसके लिए दस पंचायत में नौ हजार लीटर की क्षमता वाली एक जल मीनार बनाई जाएगी. चार हजार आदिम जनजाति के लोगों को इससे लाभ मिलेगा.