जमशेदपुरः लौहनगरी के जुगसलाई रेलवे फाटक ओवरब्रिज निर्माण में विस्थापित दुकानदारों के साथ ने जुगसलाई फाटक के पास जेएमएम अल्पसंख्यक मोर्चा ने बैठक की.
बैठक में विस्थापित दुकानों को लेकर हुई चर्चा
बैठक में विस्थापित दुकानदारों ने इस बात पर चर्चा की है कि रेलवे फाटक ओवरब्रिज के निर्माण में उन्होंने अपना पूरा समर्थन दिया था. तब सरकार ने विस्थापित दुकानदारों से कहा था कि ओवरब्रिज निर्माण के बाद खाली भूखंड पर उन्हें बसाया जाएगा, लेकिन खाली भूखंड को पूर्व की सरकार ने एक निजी कंपनी को दे दिया है. ऐसे में विस्थापित गरीब दुकानदार भुखमरी के कगार पर हैं.
झामुमो का साथ
बता दें, कि जुगसलाई रेलवे फाटक ओवरब्रिज के निर्माण के दौरान लगभग डेढ़ सौ दुकानदार विस्थापित हुए हैं. अब विस्थापित दुकानदारों की लड़ाई में झारखंड मुक्ति अल्पसंख्यक मोर्चा शामिल होकर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है. झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा के केंद्रीय सचिव अब्बास अंसारी ने बताया कि क्षेत्र के विकास के लिए रेलवे फाटक ओवर ब्रिज के निर्माण के दौरान जिला प्रशासन की नोटिस मिलने के बाद दुकानदारों ने ओवरब्रिज के निर्माण कार्य में अपना समर्थन देते हुए दुकानें हटा ली थी. पहले की सरकार ने उन्हें ओवर ब्रिज निर्माण के बाद खाली भूखंड पर बसाने का आश्वासन दिया था, लेकिन साजिश के तहत खाली भूखंड को एक निजी कंपनी को दे दी गई है. इस मामले में विस्थापित दुकानदारों के साथ अल्पसंख्यक मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर मामले की जानकारी देते हुए दुकानदारों को न्याय दिलाने की मांग करेगी.