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आधार कार्ड न बनने से स्कूलों में नहीं हो रहा नामांकन, अभिभावक हो रहे परेशान

जमशेदपुर में आधार कार्ड न बनने से बच्चों के नामांकन में परेशानी हो रही है. बताया जा रहा है कि शहर में आधार केंद्रों की संख्या काफी कम है. साकची स्थित रवींद्र भवन के परिसर में लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं.

Delay in Adhar card making process in jamshedpur
आधार कार्ड समय से नहीं बनने से बच्चों के नामांकन में परेशानी
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Published : Feb 15, 2021, 5:14 PM IST

Updated : Feb 15, 2021, 10:02 PM IST

जमशेदपुर: आज के समय में 'आधार कार्ड' आधिकारिक लेन-देन का प्राथमिक दस्तावेज बन गया है. सरकारी योजना से लाभ पाना हो, स्कूल-कॉलेजों में प्रवेश पाना हो या बैंक में खाता खुलवाना हो, इन सभी कामों के लिए 'आधार कार्ड' जरूरी हो गया है. कहा जाए तो आधार कार्ड के बिना आप अधूरे हैं. लोगों को आधार बनाने में कोई परेशानी न हो, इसे लेकर सरकार ने कई बैंक और डाकघरों में भी आधार केंद्र खोल दिए हैं, लेकिन आज भी आधार कार्ड बनाने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

देखें स्पेशल खबर

ये भी पढ़ें-आधार कार्ड में सुधार के लिए महिला से वसूली, मामला संज्ञान में आते ही होमगार्ड जवान फरार

कोविड-19 संक्रमण काल से ही आधार बनाने का काम बंद है. जनवरी और फरवरी का महीना नए बच्चों के नामांकन का समय होता है और बिना आधार के स्कूल प्रबंधन नामांकन नहीं लेते है. इस कारण बच्चों के अभिभावकों को भटकने के अलावा कोई चारा नहीं रह गया है. यही वजह है कि कई अभिभावक आधार के कारण अपने बच्चों का नामांकन कराने से वंचित रह जाते हैं.

इसका जीता-जागता उदाहरण जमशेदपुर के साकची स्थित रवींद्र भवन के परिसर में देखा जा सकता है, जहां कई परिजन अपने बच्चों को लेकर रोजाना लाइन में खड़े रहते हैं, क्योंकि कोरोना काल के बाद सरकार ने पहली बार आधार को लेकर शिविर लगाया है, लेकिन उनका आधार अभी तक नहीं बन पाया है.

जमशेदपुर में आधार केंद्र की कमी

पूर्वी सिंहभूम जिले की जनसंख्या करीब 25 लाख है, जिसमें 90 प्रतिशत लोगों का डाटा बन चुका है और जिला प्रशासन की ओर से ज्यादा से ज्यादा लोगों का आधार कार्ड बने, इसके लिए समय-समय पर कैंप भी लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा बैंक, पोस्ट ऑफिस और प्रखंड मुख्यालयों में आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं.

इस सबंध में जिला उपायुक्त सूरज कुमार का कहना है कि जिले में आधार कार्ड का डाटा बनाने का काम तेजी चल रहा है, लेकिन आधार केंद्र की कमी को देखते हुए जो प्रज्ञा केंद्र का आधार बनाने में अच्छा परफार्मेंस में रहा है, ऐसे प्रज्ञा केंद्र संचालकों को फिर से आधार बनाने की जिम्मेदारी दी जा रही है. इसके अलावा साकची स्थित जेल चौक पर जल्द ही एक आधार केंद्र खोला जाएगा, जहां आठ कंप्यूटर की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा राज्य सरकार के निर्देश पर आधार बनाने के लिए कैंप लगाए जाते रहेंगे.

ये भी पढ़ें-बरही पोस्ट ऑफिस में आधार कार्ड बनवाने को लेकर उमड़ रही है भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां

ज्यादा से ज्यादा आधार केंद्र खोलने की तैयारी

जमशेदपुर के लोगों से बातचीत करने पर यह जानकारी मिली कि आधार को सरकार ने जरूरी कर दिया है, लेकिन आधार केंद्र अभी भी पर्याप्त संख्या में नहीं होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण जिला प्रशासन इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए ज्यादा से ज्यादा आधार केंद्र खोलने की तैयारी कर रही है, ताकि लोगों को आधार कार्ड बनाने में परेशानी ना हो.

जमशेदपुर: आज के समय में 'आधार कार्ड' आधिकारिक लेन-देन का प्राथमिक दस्तावेज बन गया है. सरकारी योजना से लाभ पाना हो, स्कूल-कॉलेजों में प्रवेश पाना हो या बैंक में खाता खुलवाना हो, इन सभी कामों के लिए 'आधार कार्ड' जरूरी हो गया है. कहा जाए तो आधार कार्ड के बिना आप अधूरे हैं. लोगों को आधार बनाने में कोई परेशानी न हो, इसे लेकर सरकार ने कई बैंक और डाकघरों में भी आधार केंद्र खोल दिए हैं, लेकिन आज भी आधार कार्ड बनाने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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कोविड-19 संक्रमण काल से ही आधार बनाने का काम बंद है. जनवरी और फरवरी का महीना नए बच्चों के नामांकन का समय होता है और बिना आधार के स्कूल प्रबंधन नामांकन नहीं लेते है. इस कारण बच्चों के अभिभावकों को भटकने के अलावा कोई चारा नहीं रह गया है. यही वजह है कि कई अभिभावक आधार के कारण अपने बच्चों का नामांकन कराने से वंचित रह जाते हैं.

इसका जीता-जागता उदाहरण जमशेदपुर के साकची स्थित रवींद्र भवन के परिसर में देखा जा सकता है, जहां कई परिजन अपने बच्चों को लेकर रोजाना लाइन में खड़े रहते हैं, क्योंकि कोरोना काल के बाद सरकार ने पहली बार आधार को लेकर शिविर लगाया है, लेकिन उनका आधार अभी तक नहीं बन पाया है.

जमशेदपुर में आधार केंद्र की कमी

पूर्वी सिंहभूम जिले की जनसंख्या करीब 25 लाख है, जिसमें 90 प्रतिशत लोगों का डाटा बन चुका है और जिला प्रशासन की ओर से ज्यादा से ज्यादा लोगों का आधार कार्ड बने, इसके लिए समय-समय पर कैंप भी लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा बैंक, पोस्ट ऑफिस और प्रखंड मुख्यालयों में आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं.

इस सबंध में जिला उपायुक्त सूरज कुमार का कहना है कि जिले में आधार कार्ड का डाटा बनाने का काम तेजी चल रहा है, लेकिन आधार केंद्र की कमी को देखते हुए जो प्रज्ञा केंद्र का आधार बनाने में अच्छा परफार्मेंस में रहा है, ऐसे प्रज्ञा केंद्र संचालकों को फिर से आधार बनाने की जिम्मेदारी दी जा रही है. इसके अलावा साकची स्थित जेल चौक पर जल्द ही एक आधार केंद्र खोला जाएगा, जहां आठ कंप्यूटर की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा राज्य सरकार के निर्देश पर आधार बनाने के लिए कैंप लगाए जाते रहेंगे.

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ज्यादा से ज्यादा आधार केंद्र खोलने की तैयारी

जमशेदपुर के लोगों से बातचीत करने पर यह जानकारी मिली कि आधार को सरकार ने जरूरी कर दिया है, लेकिन आधार केंद्र अभी भी पर्याप्त संख्या में नहीं होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण जिला प्रशासन इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए ज्यादा से ज्यादा आधार केंद्र खोलने की तैयारी कर रही है, ताकि लोगों को आधार कार्ड बनाने में परेशानी ना हो.

Last Updated : Feb 15, 2021, 10:02 PM IST
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