हजारीबाग: सूचना भवन सभागार में सोमवार देर शाम बिरहोर आदिम जनजाति के विकास को लेकर समीक्षात्मक बैठक उपायुक्त डॉ भुवनेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में की गई. बैठक में बिरहोर एक्शन प्लान बनाकर बिरहोर परिवारों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में परिवर्तन लाने की बात कही गई.
समीक्षा बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारियों को अपने-अपने प्रखंड के बिरहोर टोला का निरीक्षण कर उनके मौलिक सुविधाओं हेतु आवश्यक कार्य करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि जिले के बिरहोर परिवारों की स्थिति काफी दयनीय है. कई साल बाद भी उनके सामाजिक स्थिति और मूलभूत आवश्यकताओं से आज भी वंचित रहना एक चिंता का विषय है. इसे अभियान की तरह लेते हुए बिरहोर एक्शन प्लान बनाया गया है. जिसमें सभी पदाधिकारियों को यह जिम्मेवारी होगी कि वह अपने क्षेत्र में रहने वाले बिरहोर परिवारों को सरकार की तरफ से मिलने वाली सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उनतक पहुंचाए.
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उपायुक्त ने इस मौके पर सभी पदाधिकारियों को संबंधित गांव में बिरहोर के वर्तमान स्थिति को लेकर भी जानकारी ली. बिरहोर आदिम जनजाति समुदाय के शिक्षित युवाओं को होमगार्ड में नियुक्ति संबंधित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक बिरहोर टोला में स्वास्थ्य केंद्र हो, जो उनके स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जरूरतों की देखरेख करें. सभी पदाधिकारी सप्ताह में दो बार बिरहोर बस्तियों में अवश्य भ्रमण करें. वहीं, बिरहोर बच्चों के यूनिफॉर्म और स्कूल में उनकी उपस्थिति सुनिश्चित हो, इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश जारी किया गया है. बहरहाल, अब देखने वाली बात होगी कि बिरहोर आदिम जनजाति का एक्शन प्लान किस धरातल तक उतर पाता है.