जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. लगभग ग्यारह महीने से पुलिस के आंखों में धूल झोंकने वाला साइबर अपराधी राहुल केशरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. दसवीं पास साइबर अपराधी ने ठगी कर करोड़ों की संपत्ति बनाई है. वह विदेश में साठ हजार रुपए में भाड़े के घर में रहता था.
संचालित साइबर ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना राहुल केसरी को पुलिस ने कोलकाता से मंगलवार को गिरफ्तार किया है. राहुल अपने दादा-दादी के साथ कोलकाता में रहता था. उसके चार सहयोगियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. राहुल केसरी बिहार के आरा जिला का रहने वाला है. जमशेदपुर के मानगो से उसने प्रारंभिक शिक्षा दसवीं पास की और इसके बाद ऑनलाइन और सोशल मीडिया के माध्यम से एक वेबसाइट डेवलपर का काम किया. नई तकनीकी के सहारे उसने एक सॉफ्टवेयर डेवलप किया, जिसके बाद सॉफ्टवेयर बेचने के साथ-साथ वह ऑनलाइन के माध्यम से लोगों के अकाउंट नंबर से पैसे उड़ा देता था. राहुल केशरी के खाते में लगभग करोड़ों रुपए के हेराफेरी की बात सामने आई थी. राहुल के पास से पुलिस को अंतरराष्ट्रीय स्तर के पासपोर्ट, कई सिमकार्ड भी मिले हैं. बैंकॉक में साठ हजार रुपए के किराए के घर में राहुल केशरी रहता था.
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ऐसे आया था मामला सामने
परसुडीह थाना के छोटा गोविंदपुर साईं मंदिर रोड गढ़डा के रहने वाले नीतीश कुमार सिंह ने साइबर अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. नीतीश के शिकायत पर 4 जनवरी की रात राहुल मिश्रा की गिरफ्तारी की गई थी. उसके बाद शहर में चल रहे इस अंतरराज्यीय साइबर अपराध का खुलासा हुआ था, जिसमें से तीन लोगों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी थी. बुधवार को राहुल केशरी की गिरफ्तारी हुई.
गांजा तस्कर गिरफ्तार
कोल्हान के डीआईजी राजीव रंजन सिंह के कार्रवाई का असर जमशेदपुर में इन दिनों देखने को मिल रहा है. शहर के मानगो थाना क्षेत्र के महावीर कॉलोनी में गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी प्रिंस कुमार साह और अकाश कुमार साह को 6 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस ने इनके पास से सिगरेट सहित अन्य नशीला पदार्थ भी बरामद किया है. जमशेदपुर में 15 दिनों तक नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है.