जमशेदपुरः स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रिम्स अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में इलाजरत कोरोना के संदिग्ध मरीज के मौत मामले को काफी गंभीरता से लिया है. इस मामले को ईटीवी भारत ने काफी प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद प्रशासन हरकत में आई. स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले के लिए एक जांच टीम का गठन किया है और जल्द रिपोर्ट देने को कहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह मामला काफी गंभीर है. सरकार इस प्रकार के कार्यों को बर्दाश्त नहीं कर सकती है. यह पूरी तरह लापरवाही का मामला है. इस मामले में जो भी दोषी होंगे उसे बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रधान सचिव को मैंने पत्र के माध्यम से 24 घंटे के अंदर पूरी रिपोर्ट जांच कर देने को कहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी इस संबंध में जानकारी से अवगत करा दिया गया है.
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मालूम हो कि बीते शनिवार को रिम्स ट्रामा सेंटर के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संदिग्ध मरीज की मौत हो गई. जिसका सैंपल 1 दिन पूर्व शुक्रवार को कोरोना जांच के लिए लिया गया था, संदिग्ध मरीज की मौत के बाद परिजनों ने रिम्स प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे. मौत के बाद परिजनों ने कहा कि मरीज को शुक्रवार को रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था. कोरोना जांच के लिए उसका सैंपल भी लिया गया. परिजनों के मुताबिक मरीज को भर्ती होने के बाद उनके साथ किसी भी परिजन को रहने नहीं दिया गया और वही मौत के बाद शव को इमरजेंसी के सामने लाकर छोड़ दिया गया था.