जमशेदपुरः कोरोना महामारी को लेकर प्रशासन बेहद सतर्क है. साथ ही हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं.इसी क्रम में पुलिस द्वारा साकची थाना चेकिंग प्वाइंट पर टाटा स्टील कर्मचारियों को यह कह दिया गया कि वे दो पहिया वाहन से ड्यूटी नहीं आएं. कर्मचारियों को पुलिसकर्मियों ने यह भी कह दिया कि वे कार से आएं या कंपनी की व्यवस्था से आएं. इस बात से कंपनी प्रबंधन भी हलाकान रहा.
प्रबंधन के अधिकारियों ने प्रशासन से संपर्क कर समस्या का समाधान पूछा, लेकिन देर रात इस बात को उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने साफ किया. उन्होंने कहा कि दोपहिया से ड्यूटी आने पर रोक नहीं है बल्कि एक बाइक पर दो सवारी के चलने पर रोक है.
उन्होंने यह भी कहा कि कार में भी दो ही लोग चलें, वह भी पीछे वाला व्यक्ति चालक के पीछे न बैठ कर क्रॉस में बैठे. इधर मंगलवार शाम को चेकिंग प्वाइंट में कर्मचारियों को रोक कर दोपहिया वाहन से न आने की बात की जानकारी प्रबंधन को मिलने से वे भी सक्रिय हो गये.
यह भी पढ़ेंः झारखंड के 40 मजदूर ओडिशा के मयूरभंज में हुए क्वॉरेंटाइन, नागपुर से आ रहे थे पैदल
प्रबंधन से जुड़े लोग तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क कर इसकी पुष्टि की, लेकिन यह बात सामने आयी कि चेकिंग प्वाइंट में पुलिसकर्मियों ने भूलवश बाइक से ड्यूटी न आने की बात कह दी होगी.
कर्मचारियों की बढ़ गयी थी चिंता
कार से ड्यूटी आने की बात सुनकर कर्मचारियों की चिंता बढ़ गयी थी क्योंकि वर्तमान में सीमित कर्मचारियों से प्लांट का परिचालन हो रहा है, जो कर्मचारी ड्यूटी आ रहे हैं उनमें से कम के पास ही कार है. इसमें ठेका मजदूर भी शामिल हैं.
कर्मचारियों को यह चिंता थी कि वे बुधवार को ड्यूटी कैसे आयेंगे. दूसरी ओर डीसी ने कहा कि बाइक से ड्यूटी आने पर रोक नहीं है. बल्कि एक बाइक पर दो लोगों को आने पर रोक लगायी गयी है. कार में भी दो ही लोग सफर करें. एक व्यक्ति आगे और दूसरा पीछे बैठ कर सफर करे. बाइक से ड्यूटी नहीं आने की बात गलत है. ऐसी कोई रोक नहीं लगायी गयी है.