जमशेदपुरः लौहनगरी जमशेदपुर के स्वर्णरेखा-खरकई नदी, सिदगोड़ा के सूर्य धाम मंदिर व जमशेदपुर के विभिन्न तालाबों और सरोवरों में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिनों से चला आ रहा आस्था का महापर्व छठ शान्ति-सौहार्द और भक्ति-भाव के साथ सम्पन्न हो गया.
भगवान भुवन भास्कर के उगते साक्षात रूप को अर्घ्य देने तड़के तीन बजे से ही छठ व्रतियों की भारी तादाद मानगो के स्वर्णरेखा नदी तट पर देखने को मिली. गाजे-बाजे और आतिशबाजी के बीच छठी मैया की मनमोहक गीतों से यहां का पूरा वातावरण सूर्यदेव की भक्ति के सागर में डूबा दिख रहा था.
कड़ाके की ठंड के बावजूद सूर्य के उपासकों में जोश और दृढ़ता का समावेश दिखा. नदी घाटों पर सजाई-संवारी गई सूप-दउरा, पूजन सामग्री और टिमटिमाते दीये से पूरा क्षेत्र भक्तिमय दिखा. पूर्व सीएम रघुवर दास और विधायक सरयू राय ने भी ने अर्घ्य दिया.
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नए वस्त्र धारण किये सूर्यदेवता को स्मरण कर छठ व्रती घण्टों उदीयमान सूर्य के इंतजार में नदी में हाथ जोड़े भगवान दीनानाथ के ध्यान में लीन रहे. सुबह छह बजकर 15 मिनट में लोगों की मनोकामना पूर्ण हुई. भगवान सूर्य देव के उदय होते ही सभी ने अर्घ्य दिया और सुख-शांति और खुशहाली की कामना की.