जमशेदपुर: केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम बुधवार की सुबह रांची से जमशेदपुर पहुंची. बिस्टुपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक से हाउसिंग लोन, कैश क्रेडिट के तहत लोन की निकासी धोखाधड़ी मामले में सीबीआई की टीम ने भौतिक सत्यापन और जांच के लिए आई थी.
2018 में सीबीआई के रांची स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो में 11 नामजद सहित अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. दर्ज प्राथमिकी में बताया गया था कि जाली दस्तावेज के आधार पर जालसाज ने बैंक को चूना लगाया है. यह जालसाजी साल 2013 से 2015 के बीच हाउसिंग लोन के एवज में की गई है.
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इस संबंध में सीबीआई की टीम ने कदमा, डिमना, बर्मामाइंस, परसुडीह, टेल्को में रहने वाले लोगों का भौतिक सत्यापन किया. जमशेदपुर में कुल ग्यारह लोगों ने अवैध तरीके से पैसे की निकासी की थी. निर्मल कुमार, जोगिंदर अग्रवाल, विनीत पांडे, चंदन अग्रवाल, अमरपाल सिंह ने 2013 से लेकर 2015 में गलत आधार बताकर पंजाब नेशनल बैंक से 3 करोड रुपए की अवैध निकासी की है. पारसनाथ मिश्रा ने गलत आइटीआर डालकर 28 लाख रुपए की निकासी की है. वहीं, सीबीआई की टीम कुल 15 करोड़ की अवैध निकासी की बात बता रही है.