जमशेदपुर: देश की अर्धव्यवस्था को बेहतर करने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेस भारत सरकार ने कई निर्देश दिये हैं. इस निर्देश में सभी बैंकों की पिछले पांच साल की परफार्मेंस रिपोर्ट मांगी गई है. जमशेदपुर में बैंक ऑफ इंडिया के कोल्हान में स्थित 103 ब्रांच मैनेजर की संयुक्त समीक्षा बैठक में पिछले पांच साल के परफॉर्मेंस पर चर्चा की गई. जिसमें अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए कई सुझाव पारित किये गये.
बैंक ऑफ इंडिया के उप महा प्रबंधक का क्या है कहना
बैंक ऑफ इंडिया के झारखंड-छत्तीसगढ़ के उप महा प्रबंधक सुबोध कुमार का कहना है कि अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. जितनी कमियां हैं उसे दूर करने और बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बनाने के लिए बैठक हुई है. इस बैठक के माध्यम से रिपोर्ट बनाई जाएगी, जिसे सरकार तक पहुंचाया जाएगा. साथ ही आगामी पांच साल में देश की अर्थव्यवस्था को 5 खरब डॉलर तक पहुंचाने के लिए इस रिपोर्ट के आधार पर रोड मैप तैयार किया जाएगा.
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उन्होंने बताया है कि झारखंड में सीएनटी के कारण अभी कई क्षेत्र में जमीन और मकान पर लोन प्रदान करने में असुविधा होती है. जिसके लिए सरकार को जानकारी दी गई, साथ ही उनसे सुझाव भी मांगा गया है.
बैंक ऑफ इंडिया के उप आंचलिक प्रबंधक का क्या है कहना
वही बैंक के उप आंचलिक प्रबंधक सुकांत कुमार मोहंती ने बताया है कि राज्य के कोल्हान में बिजली दर की बढ़ोतरी और आर्थिक मंदी से कई इंडस्ट्री के बंद होने से बैंकों पर असर पड़ा है. लोन की रिकवरी होने में समस्या उत्त्पन्न हो गई है, जिसके निदान के लिए सरकार से सुझाव मांगा गया है.