जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन के द्वारा गुरुवार की शाम डीजे सहित टेलर पकड़े जाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. इस मामले को लेकर शुक्रवार को साकची के झंडा चौक के पास सभी अखाड़ा कमेटियों की बैठक संपन्न हुई. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जब तक जिला प्रशासन डीजे सहित टेलर को नही छोड़ता है, तब तक वे लोग अपना विसर्जन जुलूस नहीं निकालेंगे. वहीं जिला प्रशासन का दावा है कि शहर के अलग-अलग अखाड़ा कमेटियों ने जुलूस का विसर्जन करना शुरू कर दिया है.
दरअसल, साकची से बाल मंदिर अखाड़ा समिति के सज रहे टेलर को जिला प्रशासन ने डीजे सहित जब्त कर लिया था. इस बात की जानकारी जैसे ही बाल मंदिर अखाड़ा समिति के लोगों को मिली तो उनलोगों ने इसका विरोध दर्ज कराया. उनके आह्वान पर देर रात साकची बाजार में शहर के प्रमुख अखाड़ा कमेटी के साथ हिंदू संगठन और भाजपा के लोग वहां पहुंचे. सभी लोगों ने एक सिरे से प्रशासन के इस कार्य का विरोध दर्ज कराया और आज सुबह तक जिला प्रशासन को मोहलत दी गई. लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया गया. इस पर सभी अखाड़ा समिति के लोगों ने साकची मे बैठक किया. निर्णय लिया कि जब तक जिला प्रशासन डीजे सहित टेलर को वापस नही करता है, तब तक किसी भी हालात में जुलूस नहीं निकलेगा.
शनिवार को जमशेदपुर बंद का आह्वान: जिला प्रशासन के इस रवैया पर जमशेदपुर के तमाम अखाड़ा समिति के साथ-साथ हिंदूवादी संगठनों ने बंद का आह्वान किया है. वहीं इसे लेकर भाजपा और विश्व हिंदू परिषद ने भी अखाड़ा समितियों को समर्थन देने की घोषणा के साथ बंद में शामिल होने का निर्णय लिया है. लोगों से इसे सफल बनाने की अपील भी की है, मालूम हो कि जमशेदपुर जिला प्रशासन ने रामनवमी को लेकर दिशा-निर्देश देते हुए डीजे और टेलर पर रोक लगा दी थी.