जमशेदपुरः नालसा और झालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार (District Legal Services Authority) की ओर से शनिवार को जिला व्यवहार न्यायालय के हॉल में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया. इस दाैरान कुल 30 हजार 732 मामलों का निष्पादन किया गया (national lok adalat news). वहीं 35 करोड़, 77 लाख, 70 हजार, 869 रुपये का राजस्व भी प्राप्त हुआ.
इसे भी पढ़ें- जामताड़ा में राष्ट्रीय लोक अदालतः फैमिली कोर्ट में पति पत्नी में सुलह
लोक अदालत में समय और पैसे की होती है बचत: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में अपने मामले का तुरंत समाधान पाकर समय और पैसे दोनों की बचत कर सकते हैं. वहीं स्टेट बार काउंसिल के उपाध्यक्ष राजेश शुक्ल ने कहा कि समझौता से मामले का निष्पादन करने के लिए लोक अदालत एक बेहतर मंच है. उन्होंने कहा कि नालसा, झालसा व डालसा समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने में काफी मददगार साबित हुई है.
जमशेदपुर में 15 और घाटशिला में लगाये गए थे तीन बेंचः राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मामलों के समाधान के लिए जमशेदपुर में कुल 15 बेंच और घाटशिला में 3 बेंच लगाये गए थे. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव नीतीश निलेश सांगा ने बताया कि सुलहयोग्य सभी प्रकृति के मामलों का नेशनल लोक अदालत में निपटारा किया गया.
इन मामलों का हुआ निपटाराः इस लोक अदालत में मुख्य रूप से वन अधिनियम, बिजली अधिनियम, माप-तौल अधिनियम, उत्पाद अधिनियम, बैंक ऋण, चेक बाउंस, श्रम अधिनियम, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, मोटरयान दुर्घटना मुआवजा, भूमि अधिग्रहण से संबंधित वाद, खान अधिनियम, पारिवारिक वाद, सुलहयोग्य आपराधिक और दीवानी मामलों के केस शामिल हैं. राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में कोर्ट स्टाफ सहित पैनल लॉयर्स एवं पीएलवी की अहम भूमिका रही.
कौन–कौन रहे मौजूदः इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा, विशिष्ठ अतिथियों में प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय अमितेश लाल, स्टेट बार काउंसिल के उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ल, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष लाला अजीत राय अंबष्ट, डालसा के सचिव नीतिश निलेश सांगा समेत समेत कई लोग मौजूद रहे.