पूर्वी सिंहभूम: जिला के घाटशिला अनुमंडल स्थित गुड़ाबांदा थाना क्षेत्र के बारुणमुट्ठी पावड़ा पहाड़ पर अवैध पन्ना खनन करते हुए 3 लोगों को वन विभाग की टीम ने धर दबोचा. गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को मुसाबनी रेंजर कार्यालय लाकर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया. उनके पास से पन्ना खनन करने के औजार सांबल, हथौड़ा और छेनी बरामद किया गया. तीनों पर वन अधिनियम के तहत अवैध खनन का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया.
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पन्ना का अवैध खनन जोरों पर
2 साल पहले प्रशासन ने गुड़ाबांदा में चल रहे अवैध पन्ना खनन रोकने के लिए जेसीबी और लोडर लगाकर खनन क्षेत्र के पूरी तरह भर दिया था. लेकिन अवैध कारोबार करने वाले इस पर कहां से बाज आते हैं. बारुणमुट्ठी गांव से पावड़ा पहाड़ करीब 2 किलोमीटर चढ़कर अवैध खनन का कार्य झोपड़ी लगा कर दिन रात करते हैं. कई बार टीम ने इसे ध्वस्त किया, फिर दोबारा यहां पर खनन शुरू हो जाती है.
वर्तमान में पन्ना के छोटे-छोटे टुकड़े गुड़ाबांदा क्षेत्र के दलालों को बेचा जाता है. यहां से ओडिशा के झरपोखरिया और बारीपदा क्षेत्रों में ले जाकर ऊंची कीमत पर बेचते हैं. यहां से पन्ना सीधे जयपुर और कोलकाता चला जाता है. क्षेत्र में पन्ना खनन पर थाने की कोई निगरानी नहीं है. इस वजह से अवैध पन्ना खनन जोरों पर है.
क्या कहते हैं रेंजर
रेंजर प्रदीप कुमार गोस्वामी ने बताया कि डीएफओ के निर्देश पर ये कार्रवाई करते हुए बारूणमुट्ठी के पहाड़ में तीन लोगों को खनन करते हुए टीम ने पकड़ा. इसमें वासुदेव भुइयां, करमचंद पाइकर और सज्जाद अली तीनों गुड़ाबांधा निवासी हैं. बारूणमुट्ठी के पहाड़ पर पन्ना खनन करते हुए सभी पकड़े गए हैं. टीम में फॉरेस्टर उत्तम महतो, नवीन हेंब्रम, एसके पाठक, कल्याण महतो, सुमन महतो, सुधीर महतो और हेमंत टुडू के साथ वनकर्मी भी रहे.
वर्तमान में तुर्कोंगोड़ा, हड़ियान, कुड़ियान की जगह में खनन का कार्य नहीं के बराबर है. पावड़ा पहाड़ के बारुणमुट्ठी गांव के पास पन्ना का अवैध खनन जोरों पर है. अगर वन विभाग इन पर काबू नहीं पाता है तो राज्य सरकार को स्वराज हानि होती रहेगी. पिछले सरकार ने इस क्षेत्र में पन्ना खनन की योजना बनाई थी, लेकिन किन्ही कारणों से वो अभी निलंबित है.