जमशेदपुरः बिना डॉक्टर पर्चा के दवा बेचने वाले दवा दुकानदारों के खिलाफ औषधि विभाग ने कार्रवाई शुरु कर दी है. औषधि विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर जिले के मानगो के उलीडीह थाना क्षेत्र स्थित दशमेष मेडिकल और इसके प्रोपराइटर के घर में पुलिस की छापेमारी की. छापेमारी के दौरान विभाग ने दोनों जगहों से 10,000 स्ट्रिप नाइट्रावेट- 10 दवा जब्त की है. विभाग की ओर से कागजात मांगे जाने पर प्रोपराइटर की ओर से अधिकृत दस्तावेज नहीं दिखाए गए. इस संबंध में एनडीपीएस एक्ट के तहत दशमेष मेडिकल के प्रोपराइटर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
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इस संबंध में जानकारी देते हुए उलीडीह थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल ने बताया कि ड्रग कंट्रोल विभाग की ओर से सूचना दिए जाने के बाद पुलिस की ओर से संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी की गई है. वहीं, ड्रग इंस्पेक्टर जया कुमारी ने बताया कि जिन दवाइयों को जब्त किया गया है. वह बेहद खतरनाक और बगैर चिकित्सीय सलाह के प्रयोग में लाना वर्जित है. साथ ही कहा कि इससे काफी तेज नशा होता है और व्यक्ति बेहोशी की अवस्था में पहुंच जाता है.
छापेमारी अभियान रहेगा जारी
जया कुमारी ने कहा कि इस दवा का सेवन करने वाले लोग अपराधिक घटनाओं को अंजाम भी देते हैं. फिलहाल, ड्रग्स कंट्रोल विभाग की कार्रवाई के बाद शहर के दवा कारोबारियों में हड़कंप है. विभाग ने दावा किया है कि अभियान लगातार आगे भी जारी रहेगा. छापेमारी अभियान में ड्रग इंस्पेक्टर कुंज बिहारी चौधरी और राजीव एक्का भी मौजूद थे.