ETV Bharat / state

दुमका: पीने के पानी के लिए तरसे धावाडीह गांव के लोग, ईटीवी भारत से कहा- हमलोगों को दिला दीजिए पानी

दुमका के जामा प्रखंड के धावाडीह गांव में पीने की पानी की विकराल समस्या है. इस गांव में सरकार के द्वारा पांच चापाकल लगाए गए पर सभी के सभी खराब पड़े हुए हैं. जबकि एक सोलर वाटर प्लांट भी लगाया गया था जो महीनों से बंद पड़ा हुआ है.

Water crisis in Dumka Dhawadih village
डिजाइन इमेज
author img

By

Published : May 20, 2022, 8:05 PM IST

Updated : May 20, 2022, 9:24 PM IST

दुमका: सरकार विकास के लाख दावे करे पर धरातल पर हकीकत कुछ और ही नजर आती है. झारखंड राज्य गठन के 22 वर्ष बीतने के बाद भी लोगों को पीने के पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. हम बात कर रहे हैं दुमका जिले के जामा प्रखंड के धावाडीह गांव की. लगभग 400 की आबादी वाले आदिवासी बहुल इस गांव के प्रति प्रशासन ने किस तरह अनदेखी की है यह आप यहां देख सकते हैं. इस गांव में 5 चापाकल हैं, पर सभी के सभी खराब पड़े हुए हैं. जबकि पिछले 2 महीने से भीषण गर्मी पड़ रही है और लोगों को पानी की ज्यादा आवश्यकता है.


ये भी पढ़ें- लोहरदगा में करोड़ों की लागत से पूरी की गई जलापूर्ति योजना, लोगों को नहीं मिल रहा लाभ

30 लाख की लागत वाला सोलर वाटर प्लांट बंद: सबसे बड़ी बात यह है कि इस गांव में कुछ वर्ष पहले लगभग 30 लाख की लागत से एक सोलर वाटर प्लांट स्थापित किया गया था लेकिन वह भी महीनों से बंद पड़ा हुआ है. ऐसे में बस्ती से थोड़ी दूर पर बने एक कुएं से लोग पानी लाने को विवश हैं.

देखें स्पेशल स्टोरी

क्या कहते हैं ग्रामीण: ईटीवी भारत की टीम जब धावाडीह गांव पहुंची तो कई लोग हाथ में बर्तन लिए पानी लाने के लिए जा रहे थे. हमने गांव के कई लोगों को एकत्रित कर उनसे बात की. उन्होंने बताया कि हमारे गांव में पानी की भीषण समस्या है. गांव के सभी पांच चापाकल खराब हो चुके हैं, कोई बनाने नहीं आता. सरकार ने कुछ वर्ष पहले एक सोलर वाटर प्लांट बड़ी राशि से बनाया लेकिन वह भी महीनों से बंद पड़ा हुआ है. कभी-कभी उसे ठीक करने के लिए मैकेनिक भी आते हैं, पर बिना ठीक किए हैं वे वापस लौट जाते हैं. कुल मिलाकर सरकार ने जो चापाकल लगाया या सोलर वाटर प्लांट लगाया किसी से हमें पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है. ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि हमारे लिए पानी की व्यवस्था कर दीजिए हमलोग काफी परेशान हैं.

Water crisis in Dumka Dhawadih village
नल में पानी नहीं
क्या करती हैं जल सहिया: झारखंड सरकार ने गांव में पानी की व्यवस्था को देखने के लिए जल सहिया को नियुक्त कर रखा है. धावाडीह गांव की जल सहिया बाहाफूल हेंब्रम भी गांव में मौजूद थीं. हमने उनसे बात की तो उन्होंने भी गांव के लोगों की इस जल संकट को काफी विकराल बताया. उन्होंने कहा कि हमने अपने स्तर पर प्रयास भी किया था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
Water crisis in Dumka Dhawadih village
बंद पड़ा चापानल
सरकार और जिला प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता: दुमका के धावाडीह गांव के लोगों को पानी की काफी समस्या हो रही है. सरकार ने अपने स्तर पर व्यवस्था की है पर सभी धूल फांक रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन को आवश्यक पहल करने की आवश्यकता है.

दुमका: सरकार विकास के लाख दावे करे पर धरातल पर हकीकत कुछ और ही नजर आती है. झारखंड राज्य गठन के 22 वर्ष बीतने के बाद भी लोगों को पीने के पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. हम बात कर रहे हैं दुमका जिले के जामा प्रखंड के धावाडीह गांव की. लगभग 400 की आबादी वाले आदिवासी बहुल इस गांव के प्रति प्रशासन ने किस तरह अनदेखी की है यह आप यहां देख सकते हैं. इस गांव में 5 चापाकल हैं, पर सभी के सभी खराब पड़े हुए हैं. जबकि पिछले 2 महीने से भीषण गर्मी पड़ रही है और लोगों को पानी की ज्यादा आवश्यकता है.


ये भी पढ़ें- लोहरदगा में करोड़ों की लागत से पूरी की गई जलापूर्ति योजना, लोगों को नहीं मिल रहा लाभ

30 लाख की लागत वाला सोलर वाटर प्लांट बंद: सबसे बड़ी बात यह है कि इस गांव में कुछ वर्ष पहले लगभग 30 लाख की लागत से एक सोलर वाटर प्लांट स्थापित किया गया था लेकिन वह भी महीनों से बंद पड़ा हुआ है. ऐसे में बस्ती से थोड़ी दूर पर बने एक कुएं से लोग पानी लाने को विवश हैं.

देखें स्पेशल स्टोरी

क्या कहते हैं ग्रामीण: ईटीवी भारत की टीम जब धावाडीह गांव पहुंची तो कई लोग हाथ में बर्तन लिए पानी लाने के लिए जा रहे थे. हमने गांव के कई लोगों को एकत्रित कर उनसे बात की. उन्होंने बताया कि हमारे गांव में पानी की भीषण समस्या है. गांव के सभी पांच चापाकल खराब हो चुके हैं, कोई बनाने नहीं आता. सरकार ने कुछ वर्ष पहले एक सोलर वाटर प्लांट बड़ी राशि से बनाया लेकिन वह भी महीनों से बंद पड़ा हुआ है. कभी-कभी उसे ठीक करने के लिए मैकेनिक भी आते हैं, पर बिना ठीक किए हैं वे वापस लौट जाते हैं. कुल मिलाकर सरकार ने जो चापाकल लगाया या सोलर वाटर प्लांट लगाया किसी से हमें पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है. ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि हमारे लिए पानी की व्यवस्था कर दीजिए हमलोग काफी परेशान हैं.

Water crisis in Dumka Dhawadih village
नल में पानी नहीं
क्या करती हैं जल सहिया: झारखंड सरकार ने गांव में पानी की व्यवस्था को देखने के लिए जल सहिया को नियुक्त कर रखा है. धावाडीह गांव की जल सहिया बाहाफूल हेंब्रम भी गांव में मौजूद थीं. हमने उनसे बात की तो उन्होंने भी गांव के लोगों की इस जल संकट को काफी विकराल बताया. उन्होंने कहा कि हमने अपने स्तर पर प्रयास भी किया था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
Water crisis in Dumka Dhawadih village
बंद पड़ा चापानल
सरकार और जिला प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता: दुमका के धावाडीह गांव के लोगों को पानी की काफी समस्या हो रही है. सरकार ने अपने स्तर पर व्यवस्था की है पर सभी धूल फांक रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन को आवश्यक पहल करने की आवश्यकता है.
Last Updated : May 20, 2022, 9:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.