दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका स्थित फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मुख्य गेट पर प्रशासन ने एक वाटर एटीएम लगाया गया था, जो मरीज के परिजनों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराता था, लेकिन पिछले कई महीने से यह खराब है और लोगों को परेशानी हो रही है. लेकिन प्रशासन की तरफ से अब तक इस समस्या का समाधान नहीं किया जा सका है.
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दुमका फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जो मरीज इलाज के लिए आते हैं उनके परिजनों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से वाटर एटीएम लगाया गया था. कुछ माह तक तो यह ठीक चला. लोग सिर्फ एक रुपये का सिक्का डालकर एक लीटर शुद्ध और ठंडा जल प्राप्त करते थे, लेकिन रखरखाव के अभाव में यह खराब हो चुका है. अब मरीज के परिजनों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है या फिर ऊंची कीमत पर पानी खरीदना पड़ता है. सरकारी अस्पतालों में अधिकांश गरीब मरीज पहुंचते हैं. ऐसे में खरीद कर पीने का पानी उनके लिए संभव नहीं हो पाता. वे सरकार से इस पर जल्द से जल्द पहल करने की मांग कर रहे हैं.
क्या कहते हैं अस्पताल के अधीक्षक: वाटर एटीएम खराब होने के संबंध में हमने फूलों झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ रविंद्र कुमार से बात की. उन्होंने भी माना कि यह एटीएम काफी लाभप्रद था. लोगों को बड़ी आसानी से शुद्ध पानी मिल जाता था. अधीक्षक ने अपनी मजबूरी बताते हुए कहा कि हमने इसके लिए दुमका नगर परिषद को कई बार पत्र भेजा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने आश्वासन दिया है कि एक बार फिर से वे नगर परिषद से संपर्क कर इस वाटर एटीएम को ठीक करवाने की कोशिश करेंगे.
प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता: अस्पताल में मरीजों के लिए तो पानी की व्यवस्था है, लेकिन उनके परिजन या फिर ऐसे मरीज जो ओपीडी में आते हैं, उन्हें शुद्ध पेयजल की कमी खलती है. एक वाटर एटीएम लगा भी तो वह लंबे समय से खराब है. ऐसे में जिला प्रशासन, अस्पताल प्रबंधन और नगर परिषद सभी का दायित्व है कि इसे जल्द से जल्द ठीक कराएं ताकि लोगों को सहुलियत हो सके.