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2019 में दी थी वोट बहिष्कार की चेतावनी, लिखित आश्वानस के बाद भी नहीं पूरी हुई मांग, गुस्साए लोगों ने किया दुमका-बीरभूम सड़क जाम - वोट बहिष्कार की चेतावनी

2019 के लोकसभा चुनाव में पक्की सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार की चेतावनी दी थी. बीडीओ ने लिखित आश्वासन देकर वोट डलवाया लेकिन अभी तक सड़क नहीं बनी. लिहाजा एक बार फिर ग्रामीणों सड़क पर उतर आए और दुमका-बीरभूम सड़क जाम कर दिया.

Dumka Birbhum road jam
Dumka Birbhum road jam
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Published : Jul 7, 2023, 8:42 PM IST

दुमका: आम चुनाव के समय अक्सर कई जगह देखा जाता है कि वोटर अपनी मांगों को लेकर वोट बहिष्कार की चेतावनी देते हैं. उस वक्त प्रशासन आश्वासन देकर वोटिंग करवाता है. कुछ ऐसा ही 04 वर्ष पूर्व 2019 में दुमका लोकसभा चुनाव के दौरान दरबारपुर गांव के लोगों के साथ हुआ था. ग्रामीणों ने दरबारपुर-गन्दरकपुर पक्की सड़क की मांग को लेकर वोट बहिष्कार की चेतावनी दी थी. मौके पर बीडीओ ने पहुंचकर लिखित आश्वासन दिया था कि आपकी मांगों पर कार्रवाई होगी, पर अब तक सड़क नहीं बनी तो शुक्रवार को ग्रामीण सड़कों पर उतर आए हैं. उन्होंने दुमका से पश्चिम बंगाल के सिउड़ी (बीरभूम) को जोड़ने वाली सड़क को जाम कर दिया है.

क्या है पूरा मामला: पक्की सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दुमका-सिउड़ी मुख्य मार्ग को जाम कर दिया है. बंद समर्थक सड़क के बीचो बीच बांस लगाकर बैठ गए. बंद समर्थक दरबारपुर-गन्दरकपुर पक्की सड़क की मांग कर रहे थे. उनका कहना है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान हमने वोट का बहिष्कार किया था तो प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा हमें लिखित आश्वासन दिया गया इस सड़क के निर्माण कार्य की दिशा में जल्द कर्रवाई होगी, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ. इसी के विरोध में हमने यह सड़क जाम कर दिया है. ग्रामीण बीडीओ द्वारा लिखित आश्वासन का पेपर भी अपने साथ रखे हैं.

ग्रामीणों को हो रही है परेशानी: ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सड़क नहीं रहने की वजह से हमें काफी परेशानी होती है. खासतौर पर मरीजों को जब अस्पताल ले जाना पड़ता है तो खटिया से हमें पक्की सड़क तक आना पड़ता है, उसके बाद एंबुलेंस में जाना पड़ता है. जिससे मरीज की हालत खराब हो जाती है. वहीं स्कूल-कॉलेज आने जाने वाले छात्र-छात्राओं को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उनका कहना है कि जल्द से जल्द इस सड़क का निर्माण कराया जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो हमारा आंदोलन आगे भी जारी रहेगा. जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई. खास तौर पर श्रावणी मेले में जलार्पण के बाद लौट रहे श्रद्धालुओं की कई वाहन इस जाम में फंस गई. जाम में फंसे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

दुमका: आम चुनाव के समय अक्सर कई जगह देखा जाता है कि वोटर अपनी मांगों को लेकर वोट बहिष्कार की चेतावनी देते हैं. उस वक्त प्रशासन आश्वासन देकर वोटिंग करवाता है. कुछ ऐसा ही 04 वर्ष पूर्व 2019 में दुमका लोकसभा चुनाव के दौरान दरबारपुर गांव के लोगों के साथ हुआ था. ग्रामीणों ने दरबारपुर-गन्दरकपुर पक्की सड़क की मांग को लेकर वोट बहिष्कार की चेतावनी दी थी. मौके पर बीडीओ ने पहुंचकर लिखित आश्वासन दिया था कि आपकी मांगों पर कार्रवाई होगी, पर अब तक सड़क नहीं बनी तो शुक्रवार को ग्रामीण सड़कों पर उतर आए हैं. उन्होंने दुमका से पश्चिम बंगाल के सिउड़ी (बीरभूम) को जोड़ने वाली सड़क को जाम कर दिया है.

क्या है पूरा मामला: पक्की सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दुमका-सिउड़ी मुख्य मार्ग को जाम कर दिया है. बंद समर्थक सड़क के बीचो बीच बांस लगाकर बैठ गए. बंद समर्थक दरबारपुर-गन्दरकपुर पक्की सड़क की मांग कर रहे थे. उनका कहना है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान हमने वोट का बहिष्कार किया था तो प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा हमें लिखित आश्वासन दिया गया इस सड़क के निर्माण कार्य की दिशा में जल्द कर्रवाई होगी, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ. इसी के विरोध में हमने यह सड़क जाम कर दिया है. ग्रामीण बीडीओ द्वारा लिखित आश्वासन का पेपर भी अपने साथ रखे हैं.

ग्रामीणों को हो रही है परेशानी: ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सड़क नहीं रहने की वजह से हमें काफी परेशानी होती है. खासतौर पर मरीजों को जब अस्पताल ले जाना पड़ता है तो खटिया से हमें पक्की सड़क तक आना पड़ता है, उसके बाद एंबुलेंस में जाना पड़ता है. जिससे मरीज की हालत खराब हो जाती है. वहीं स्कूल-कॉलेज आने जाने वाले छात्र-छात्राओं को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उनका कहना है कि जल्द से जल्द इस सड़क का निर्माण कराया जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो हमारा आंदोलन आगे भी जारी रहेगा. जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई. खास तौर पर श्रावणी मेले में जलार्पण के बाद लौट रहे श्रद्धालुओं की कई वाहन इस जाम में फंस गई. जाम में फंसे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

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