दुमकाः जिला के मसलिया थाना क्षेत्र के चितरसेनी गांव का रहने वाला कालिदास मरांडी घायल अवस्था में फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती है. कालिदास का कहना है कि उनकी ये हालत मसलिया थाना प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा ने की है. इधर आरोपी थाना प्रभारी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं.
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दुमका में पुलिस पर पिटाई का आरोप लगा है. एक आदिवासी युवक ने मसलिया थाना प्रभारी पर मारपीट का आरोप लगाया है. दुमका स्थित फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती कालिदास मरांडी का कहना है कि उसे मसालिया के थाना प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा ने अपने दो-तीन पुलिसकर्मियों के साथ पीटा है. आपबीती सुनाते हुए कालिदास कहता है कि बीते शनिवार को वो जब साइकिल से अपने घर जा रहा था तो एक और अनियंत्रित ट्रक उसकी साइकिल और बगल से गुजर रहे एक बाइक को अपनी चपेट में ले लिया. इस हादसे में उसे भी चोट लगी. लेकिन घटनास्थल से वो अपने घर चला गया.
कालीदास ने आगे बताया कि दो दिन पूर्व बुधवार की रात मसलिया थाना से कुछ पुलिस वाले उसके घर पहुंचे और वो उसे थाना ले गए. वहां थाना प्रभारी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि उसके साथ जो बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, उसकी जेब से मैं 40-50 हजार रुपये चोरी कर लिया है. इसपर कालीदास ने कहा कि उसने ऐसा नहीं किया है लेकिन उन्होंने एक नहीं मानी और लात-जूतों से जमकर पीटा. इधर घायल कालिदास की पत्नी लुखीमुनी मुर्मू का कहना है कि उसके पति को पुलिसकर्मियों ने पीटा है. यहां उसके इलाज पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, मेरे पति का इलाज बेहतर होना चाहिए.
क्या कहते हैं थाना प्रभारीः इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत की टीम ने मसलिया थाना के प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा से बात की. उन्होंने कहा कि जो बाइक सवार ट्रक की चपेट में आया था, उसकी जेब से रुपए गायब हो गए थे. इसलिए उन लोगों ने कालिदास को थाना में बुलाकर पैसे के बारे में पूछताछ की थी. लेकिन युवक से मारपीट के आरोपों को थाना प्रभारी ने बेबुनियाद बताया है.