दुमकाः झारखंड की उपराजधानी दुमका में रेल सेवा बहाल हुए लगभग एक दशक बीत गए लेकिन अभी भी इस क्षेत्र में रेलवे सुविधाओं का विस्तार नहीं हो सका है. यहां के कई इलाके ऐसे हैं जहां आज भी लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है. यह क्षेत्र ट्रेन सेवा से आज भी अछूते हैं. हाल के दिनों में कई इलाकों को रेलवे सेवा से जोड़ने की पहल की गई है. इसमें दुमका से मसलिया, बासुकीनाथ से चितरा प्रमुख है.
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महत्वपूर्ण है बासुकीनाथ-चितरा रेल लाइनः दुमका के बासुकीनाथ से देवघर के चितरा के बीच रेल लाइन बिछाने की कवायद शुरू हो गई है. इसमें सर्वे का काम पूरा होने के बाद भूमि अधिग्रहण की काम चल रहा है. इस मार्ग में दो जिले दुमका और देवघर के चार प्रखंड की सीमा शामिल हैं. जिसमें दुमका के जामा-जरमुंडी के साथ-साथ देवघर के पालोजोरी और सारठ प्रखंड है. बड़ी बात यह है कि यह जो रेल रूट होगा अभी तक इसमें रेल सेवा बहाल नहीं हो सकी है. इस वजह से लाखों लोगों को लाभ मिल सकेगा. इसमें 15 मौजा की भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. नई रेल लाइन 38 .30 किलोमीटर लंबी होगी. इसमें जामा प्रखंड के चकलता के साथ जरमुंडी प्रखंड के घोड़ाबाद, जामधारा, अंबा जरुआडीह, थाड़ीपाथर, सिकटा, पतसारा, चोरडीहा, तिलबरिया, जरमुंडी, बाराटांड़ और खरसुंडी मौजा की जमीन अधिग्रहित की जा रही है. भूमि अधिग्रहण में लगभग 60 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं.
लोगों में खुशीः बासुकीनाथ से चितरा के बीच नई रेल लाइन बिछाने के कार्य की प्रक्रिया शुरू होने से स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ स्थानीय लोगों में काफी खुशी है. पंचायत प्रतिनिधि के तौर पर जरमुंडी प्रखंड से जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश मंडल ने कहा कि इस नई रेल रूट पर ट्रेनों के परिचालन के शुरू होने से लोगों को काफी सुविधा मिलेगी. वहीं इलाके का समग्र विकास होगा. स्थानीय लोग कहते हैं कि यह इलाका रेल सेवा से अछूता रहा है. इसलिए यह काफी महत्वपूर्ण सेवा हो सकती है.