दुमका: वैसे तो किसी भी जिले में चोरी, छिनतई, लूट, हत्या जैसी आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं. पर 2022 में दुमका में एक के बाद एक हुए तीन पेट्रोल कांड की घटना ने ना सिर्फ दुमका और झारखंड को बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया (Three petrol scandals defamed sub capital). दुमका 2022 में क्राइम के लिए पूरे भारत में सुर्खियों में रहा.
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एकतरफा प्यार में शाहरुख ने नाबालिग को पेट्रोल डालकर जलाया: 2022 में दुमका में पेट्रोल कांड की पहली घटना नगर थाना के जरुआडीह इलाके में घटी थी, जहां शाहरुख हुसैन ने अपने साथी नईम उर्फ छोटू के साथ मिलकर एक नाबालिग छात्रा पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया था. दरअसल नाबालिग को वह अपना प्यार स्वीकार करने का दबाव दे रहा था, पर वह इंकार कर रही थी. 23 अगस्त की सुबह शाहरुख उसके घर पहुंचा और खिड़की के किनारे सो रही छात्रा के शरीर पर पेट्रोल डाल आग लगा दी. नाबालिग को पहले दुमका के फूलो झानों मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जाया गया, बाद में स्थिति गंभीर देखते हुए उसे रिम्स रेफर कर दिया गया जहां पांच दिन बाद 28 अगस्त की सुबह उसकी मौत हो गई. हालांकि इस मौत के बाद छात्र संगठन, सामाजिक संस्थाएं, राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से सभी विरोध प्रदर्शन करते हैं. उसके परिवार की आर्थिक और अन्य मदद की जाती है. राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम भी दुमका पहुंच अपने स्तर पर जांच पड़ताल की. अभी यह मामला कोर्ट में लंबित है.
22 वर्षीया मारुति कुमारी को शादीशुदा प्रेमी ने जलाकर मार डाला: पेट्रोल डालकर आग लगा कर मार देने की दूसरी घटना 07 अक्टूबर 2022 को दुमका जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र के भालकी गांव में घटी. जहां मारुति कुमारी नाम की एक 22 वर्षीय युवती को एक युवक राजेश राउत ने पेट्रोल डालकर आग लगाकर मार डाला. दरअसल, राजेश राउत और मारुति कुमारी की कई वर्षों से अच्छी पहचान थी. इधर, घटना के कुछ माह पूर्व राजेश ने कहीं अन्यत्र शादी कर ली. मारुति के परिवार वाले भी उसके शादी के लिए लड़का खोज रहे थे. जब यह बात राजेश को पता चला चली तो वह मारुति को दवाब देने लगा के तुम्हारी शादी में कहीं नहीं होने दूंगा. तुम्हें भी अपने साथ रखूंगा. मारुति अब राजेश से कोई संबंध नहीं रखना चाह रही थी. इसी बात को लेकर राजेश ने मारुति के घर जाकर पहले उसे बाहर बुलाया और फिर उस पर पेट्रोल डाल आग लगा दी. इस मामले में भी पहले मारुती को दुमका स्थित पीजेएमसीएच लाया गया और बाद में रांची रिम्स ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद काफी प्रदर्शन हुए, सड़क जाम-बाजार बंद हुए. मारुति के परिजनों को सरकार के साथ विपक्ष ने भी आर्थिक और अन्य मदद की. इधर, पुलिस ने तत्काल राजेश राउत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जहां उस पर हत्या का मामला कोर्ट के अधीन है.
पत्नी की हत्या पति ने पेट्रोल डालकर कर दी: एक के बाद एक पेट्रोल कांड की दो घटना अभी शांत भी नहीं हुई थी कि 19 अक्टूबर 2022 को दुमका के गोपीकांदर थाना क्षेत्र के खड़कासोल गांव में परमेश्वर सोरेन नाम के एक युवक ने अपनी 23 वर्षीया पत्नी रूपा मरांडी के शरीर पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया. जिससे रूपा की मृत्यु हो गई. दरअसल, परमेश्वर सोरेन और रूपा मरांडी के बीच दिन में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. शाम में परमेश्वर घर से बाहर थोड़ी दूर गया था. इधर, रूपा उसे बिना बताए परमेश्वर की ही दादी का घर जो महज दो किलोमीटर के खड़कासोल गांव था, वहां चली गई. जब परमेश्वर घर लौटा और रूपा को नहीं पाया तो आग बबूला होकर रूपा के पास पहुंचा. रूपा को देखते ही वह अपने बाइक की डिक्की से पेट्रोल भरा बोतल निकाला और उसके शरीर पर डालकर आग लगा दी, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में आरोपी परमेश्वर जेल में बंद है.
नाबालिग को मार पेड़ से टांग देने का मामला भी रहा सुर्खियों में: इन तीन पेट्रोल कांड के अतिरिक्त एक और घटना जो काफी सुर्खियों में रहा, वह एक राजमिस्त्री मो.अरमान द्वारा एक नाबालिग आदिवासी को पहले गर्भवती किया फिर उसकी हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया. यह घटना 03 सितंबर 2022 की है. दरअसल दुमका के रानीश्वर थाना क्षेत्र की रहने वाली नाबालिग काफी गरीब थी और प्रतिदिन मजदूरी करने दुमका शहर आया करती थी. इसी दौरान मो. अरमान जो राजमिस्त्री था उसकी बुरी नजर उस पर पड़ी. अरमान ने उसे गर्भवती कर दिया और जब वह शादी के लिए दबाव देने लगी तो उसकी हत्या कर एक पेड़ से लटका दिया. घटना के बाद पुलिस ने तत्काल अरमान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जहां उसका मामला कोर्ट में चल रहा है.
दिल दहला देने वाली इन घटनाओं से दुमका रहा काफी अशांत: दिल दहलाने वाली इस तरह की घटनाओं से जहां एक तरफ दुमका की बेटियों ने अपनी जान गंवाई. वहीं, इन घटनाओं के बाद दुमका काफी अशांत भी रहा. विभिन्न संगठनों के साथ-साथ आम जनता भी सड़कों पर उतरी. कुछ लोगों ने सांप्रदायिक सौहार्द को भी बिगाड़ने का प्रयास किया लेकिन पुलिस प्रशासन की तत्परता और आम जनता के सूझबूझ से स्थिति बिगड़ने से पहले उस पर लगाम लगाया जा सका.