दुमका: जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड में वन विभाग की टीम और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से गोलदाहा गांव के समीप छापेमारी कर ट्रैक्टर पर लोड लगभग 50 बोटा इमारती लकड़ी जब्त की है. जब्त लकड़ियों की कीमत लगभग तीन लाख रुपए आंकी गई हैं. वहीं वन विभाग की इस कारवाई से लकड़ी माफियाओं में हड़कंप मच गया है.
वन विभाग और पुलिस टीम को देख चालक और लकड़ी माफिया फरारः शिकारीपाड़ा वन विभाग की टीम ने शिकारीपाड़ा थाना की पुलिस के सहगोग से गुप्त सूचना पर यह कार्रवाई की है. हालांकि वन विभाग की टीम और पुलिस को देखकर लकड़ी माफिया और ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया. बताया जाता है कि ट्रैक्टर के माध्यम से इन कीमती लकड़ियों को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला ले जाया जा रहा था. जिस जगह यह कार्रवाई हुई वहां से महज कुछ ही दूरी से पश्चिम बंगाल की सीमा शुरू हो जाती है. वहीं वन विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से लकड़ी माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है.
शिकारीपाड़ा में लकड़ी और कोयला माफिया सक्रियः बता दें कि दुमका जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड क्षेत्र में लकड़ी और कोयला माफिया काफी सक्रिय हैं. इस क्षेत्र में घने जंगल हैं, जहां धड़ल्ले से पेड़ों की अवैध कटाई की जाती है. हालांकि प्रशासन के द्वारा माफियाओं पर लगातार कार्रवाई भी की जाती है लेकिन माफिया अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं. बताते चलें कि हाल के दिनों में इस प्रखंड क्षेत्र में खनन विभाग की टीम ने कोयला के कई अवैध खदानों और सुरंगों को ध्वस्त किया था.