दुमकाः जिले के जामा प्रखंड के आदिवासी ग्रामीण क्षेत्र में धूमधाम से सोहराय पर्व बुधवार संपन्न हो गया. 5 दिनों तक चलने वाला सोहराय पर्व संथाल समुदाय का सबसे बड़ा पर्व है.
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बुधवार को प्रखंड के दुम्मा, ढोडली, प्रांचक, नावाडीह, सरेया, पिपरा आदि गांवों में धूमधाम से यह पर्व संपन्न हुआ. दर्जनों आदिवासी गांव में मांदर की थाप पर महिला, पुरुष और बच्चों ने सामूहिक नृत्य कर सोहराय का आनंद उठाया. सोहराय के अंतिम दिन लोग शिकार करने जंगल जाते हैं. लक्ष्य भेदने का प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. सर्वप्रथम लक्ष्य भेदने वाले पुरुष को सम्मानित किया जाता है. इसके बाद विभिन्न प्रकार के खेलों का आयोजन होता है, जैसे पाएका नृत्य, दशायें नृत्य, नागेडे़ नृत्य, घड़ा फोड़ आदि खेल का प्रतियोगिता होने के पश्चात सोहराय संपन्न होता है.