दुमकाः विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ धाम मंदिर विगत छह महीने से बंद है. मंदिर को खुलवाने को लेकर पंडा-पुरोहितों की ओर से कई बार धरना प्रदर्शन किया गया, लेकिन फिर भी मंदिर बंद है. समाधान न होने पर व्यापारियों और पुरोहितों के पक्ष में स्थानीय समाजसेवी आशुतोष कुमार सिंह मंदिर कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए हैं. वे मांग कर रहे हैं कि मंदिर जल्द खुलवाया जाय.
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मंदिर को खोले जाने की मांग
बासुकीनाथ धाम मंदिर पूरी तरह से न खोले जाने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे पंडा पुरोहित और स्थानीय दुकानदारों की खस्ता हालत को देखते हुए अब स्थानीय समाजसेवी भी उनके समर्थन में जुटने लगे हैं. स्थानी समाजसेवी आशुतोष सिंह मंदिर कार्यालय के सामने धरना पर बैठ गए हैं. समाजसेवी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए देवघर रजरप्पा पहाड़ी मंदिर सहित झारखंड के सभी मंदिरों को खोल दिए गए हैं, जबकि बासुकीनाथ धाम में नई व्यवस्था लागू नहीं की गई है. इससे पंडा पुरोहित, फूल-धरिया के स्थानीय दुकानदारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
समाजसेवी ने बताया कि पंडा पुरोहित और स्थानीय लोगों की ओर से लगातार सरकार से अनुरोध किया जा रहा है. देवघर की तरह बासुकीनाथ में भी दर्शन व्यवस्था लागू की जाए. बावजूद इसके प्रशासन ने अभी तक इस बारे में संज्ञान नहीं लिया है. उन्होंने बताया कि मंदिर पूरी तरह खोले जाने के आश्वासन तक उनका धरना कार्यक्रम जारी रहेगा.