दुमका: सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, शिक्षकों और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. इस विश्वविद्यालय में संथालपरगना के छह जिले के तेरह अंगीभूत महाविद्यालय है. जिसमें शिक्षकों के कुल 613 पद स्वीकृत हैं, लेकिन पदस्थापित हैं, लेकिन 271. वहीं तृतीय और चतुर्थ श्रेणी में भी कर्मियों की काफी कमी है. थर्ड ग्रेड में स्वीकृत है 322 पद, जबकि पदस्थापित है 96. जबकि फोर्थ ग्रेड में स्वीकृत पद 369 पदस्थापित है 183. आंकड़े बता रहे हैं कि आधे से कम संख्या में एसकेएमयू का काम चल रहा है. जाहिर है पठन-पाठन और अन्य कार्य काफी प्रभावित हो रहे है.
क्या कहते हैं सांसद सुनील सोरेन
सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी के संबंध में दुमका लोकसभा के सांसद सुनील सोरेन का कहना है कि संथालपरगना प्रमंडल के लोग आर्थिक रूप से पिछड़े हैं. यहां के छात्र-छात्राओं के पास इतने पैसे नहीं कि वे ट्यूशन पढ़ सके. ऐसे में यह जरूरी है कि महाविद्यालय में बेहतर पढ़ाई हो. जब शिक्षकों की कमी है तो यह नहीं हो पा रहा वे सरकार से अविलंब शिक्षकों की बहाली की मांग कर रहे हैं.
क्या कहते हैं छात्र नेता
एसकेएम यूनिवर्सिटी के सिंडिकेट सदस्य छात्र नेता गुंजन मरांडी का कहना है कि हमारे विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी से काफी परेशानी हो रही है. उनका कहना है कि छात्र-छात्राओं के हित में शिक्षकों की जल्द बहाली होनी चाहिए.
सरकार को अविलंब ध्यान देने जी जरूरत
सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए आवश्यक हो गया है कि सरकार इस पर अविलंब ध्यान दें. बिना शिक्षक के आखिरकार स्टूडेंटस कैसे अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे. एजुकेशन क्वालिटी भी बेहतर नहीं मिल पाएगा. ऐसे में आज के कंपटीशन में कैसे सक्सेस होंगे. सरकार को इन सब संज्ञान लेना चाहिए.