दुमका: सूबे के दो प्रमुख जलाशय, खूंटा बांध और बड़ा बांध इन दिनों कचरे से अटे पड़े हैं. मनाही के बावजूद लोग सुधर नहीं रहे और बेधड़क गंदगी फैला रहे हैं. दोनों जलाशय प्रदूषित (water bodies polluted) हो गए हैं. ऐसे में जो सफाई पसंद लोग हैं, वे आवश्यक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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क्या है पूरा मामला
सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों की ओर से जल प्रदूषण (Water Pollution) को रोकने को लेकर काफी चर्चा की जाती है. जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है, लेकिन लोग इस पर कितना अमल करते हैं. इसका अंदाजा दुमका शहर के इन दो प्रमुख जलाशयों को देखकर लगाया जा सकता है. शहर का खूंटा बांध और बड़ा बांध दोनों जलाशय से हजारों लोगों को किसी न किसी रूप से लाभ मिलता है. धीरे-धीरे यह दोनों जला प्रदूषित हो रहे हैं. घरों से निकलने वाले कचरे को लोग इन्हीं जलाशयों में लाकर डाल देते हैं. धीरे-धीरे इसका पानी प्रदूषित हो चुका है.
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क्या कहते हैं नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी
इन दोनों जलाशयों के रखरखाव का जिम्मा नगर परिषद (City Council) के पास है. इन जलाशयों के किनारे बोर्ड लगाकर लोगों से आग्रह किया गया है कि आप इसमें कूड़ा - कचरा न डालें. इतना ही नहीं, डस्टबीन भी लगाया गया है. लेकिन किसी भी निर्देश का कोई पालन नहीं हो रहा है. इस संबंध में दुकान नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी (Executive Officer of Dumka Municipal Council) गंगाराम ठाकुर ने बताया कि बहुत जल्द इन जलाशयों को साफ करने के लिए एक अभियान चलाया जाएगा.
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जल ही जीवन है, इसे बचाना जरूरी
यह सब जानते हैं कि जल ही जीवन है और इसे बचाना जरूरी है. जल प्रदूषण का असर पूरे पर्यावरण पर पड़ता है. ऐसे में लोगों को भी जागरूक होना चाहिए. सरकारी सिस्टम को इस पर विशेष निगरानी बरतनी चाहिए.