दुमका: झारखंड का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मसानजोर डैम (Masanjor Dam) जिले के मयूराक्षी नदी पर बना है. यहां दिसंबर और जनवरी महीने में काफी संख्या में झारखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार के पर्यटक घूमने आते हैं और यहां की खूबसूरत प्राकृतिक छटा देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं, लेकिन फिलहाल यह पर्यटन स्थल उतना विकसित नहीं है.
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पर्यटन स्थल को विकसित करने की तैयारी
झारखंड के इस प्रसिद्ध पर्यटन स्थल को अब विकसित करने की योजना पर काम चल रहा है. जिला प्रशासन ने इसके लिए विस्तृत योजना तैयार कर ली है, ताकि पर्यटक हर दिसंबर और जनवरी में ही नहीं, बल्कि पूरे साल यहां आये. दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि इस डैम के चारों ओर के पहाड़ों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा और पहाड़ पर चढ़कर लोग डैम की खूबसूरती का आनंद लेंगे.
हस्तशिल्प बाजार होगा विकसित
उपायुक्त ने कहा कि जो पर्यटक यहां आते हैं, वे यहां के छोटे बाजार से हस्तशिल्प सामग्री (Handicraft Material) जरूर खरीदते हैं, इसलिए प्रशासन हस्तशिल्प सामग्रियों (Handicraft Materials) का विस्तृत बाजार खोलने जा रहा है. यहां खजूर के पत्ते से बने सामान, बांस से बने सामान और टेराकोटा से बने सामानों का बाजार खोला जाएगा. इन समानों का निर्माण यहीं होगा और इसका आउटलेट भी खोला जाएगा, साथ ही बोटिंग और उसका मैनेजमेंट करने का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इससे जुड़कर रोजगार प्राप्त कर सके.
रोजगार के नए अवसर होंगे सृजित
डीसी ने बताया कि दुमका में मसानजोर डैम (Masanjor Dam) के अतिरिक्त बासुकीनाथ और मलूटी जैसे पर्यटन स्थल भी हैं. उनकी योजना यहां के लोगों के लिए एक टूरिस्ट गाइड प्रशिक्षण सेंटर (Tourist Guide Training Center) खोलने का है, जिसमें प्रशिक्षण प्राप्त कर स्थानीय युवक अपनी आजीविका चला सके. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि मसानजोर डैम (Masanjor Dam) दुमका ही नहीं, बल्कि पूरे झारखंड का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. अगर इसे विकसित किया गया तो पर्यटकों को तो फायदा होगा ही, साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे.