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बिजली की आंख मिचौली से लोग परेशान, विभाग का दावा- गांव को मिल रही पूरी बिजली

दुमका जिले में 15 दिनों से विद्युत व्यवस्था बदहाल है, इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बिजली व्यवस्था खराब होने पर दुकानदार काफी परेशान हैं. गृहणी और पढ़ने वाले स्टूडेंट्स भी बिजली के आंख मिचौली से काफी परेशान हैं. दुमका मुखिया संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन हांसदा का कहना है कि शहर हो या गांव हर जगह बिजली को लेकर लोग परेशान हैं.

बिजली की समस्या से लोग परेशान
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Published : Jun 29, 2019, 2:00 PM IST

दुमका: पूरे संथाल परगना में पिछले 15 दिनों से विद्युत व्यवस्था बदहाल है, इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बिजली की समस्या से लोगों को पानी की भी घोर किल्लत झेलना पड़ रही है. व्यवसाय करने वाले लोगों का कहना है कि बिजली की समस्या होने से उद्योग धंधे चौपट होते जा रहे हैं.

देखें पूरी खबर

बिजली व्यवस्था खराब होने पर दुकानदारों का कहना है कि बिजली नहीं रहने से हमें काफी परेशानी होती है, ग्राहकों को हम सही ढंग से डील नहीं कर पा रहे हैं. गृहणी और पढ़ने वाले स्टूडेंट्स भी बिजली के आंख मिचौली से काफी परेशान हैं. दुमका मुखिया संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन हांसदा का कहना है कि शहर हो या गांव हर जगह बिजली को लेकर लोग परेशान हैं.

क्या करते हैं विद्युत विभाग के अधिकारी
इस संबंध में जब विद्युत विभाग के जीएम हरेंद्र कुमार सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि पूरे संथालपरगना में प्रतिदिन लगभग 400 मेगावाट बिजली की जरूरत है, जिसमें देवघर में 115 , गोड्डा 104 , दुमका 75 , जामताड़ा 55 , साहिबगंज 80 और पाकुड़ में 60 मेगावाट बिजली चाहिए. उन्होंने कहा कि बिजली की उपलब्धता पूरी है, लेकिन प्रतिवर्ष भीषण गर्मी के बाद जब बारिश का मौसम आता है तब बिजली के इंसुलेटर सहित कुछ अन्य उपकरण को पहली बारिश में कुछ नुकसान हो जाता है.

दुमका: पूरे संथाल परगना में पिछले 15 दिनों से विद्युत व्यवस्था बदहाल है, इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बिजली की समस्या से लोगों को पानी की भी घोर किल्लत झेलना पड़ रही है. व्यवसाय करने वाले लोगों का कहना है कि बिजली की समस्या होने से उद्योग धंधे चौपट होते जा रहे हैं.

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बिजली व्यवस्था खराब होने पर दुकानदारों का कहना है कि बिजली नहीं रहने से हमें काफी परेशानी होती है, ग्राहकों को हम सही ढंग से डील नहीं कर पा रहे हैं. गृहणी और पढ़ने वाले स्टूडेंट्स भी बिजली के आंख मिचौली से काफी परेशान हैं. दुमका मुखिया संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन हांसदा का कहना है कि शहर हो या गांव हर जगह बिजली को लेकर लोग परेशान हैं.

क्या करते हैं विद्युत विभाग के अधिकारी
इस संबंध में जब विद्युत विभाग के जीएम हरेंद्र कुमार सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि पूरे संथालपरगना में प्रतिदिन लगभग 400 मेगावाट बिजली की जरूरत है, जिसमें देवघर में 115 , गोड्डा 104 , दुमका 75 , जामताड़ा 55 , साहिबगंज 80 और पाकुड़ में 60 मेगावाट बिजली चाहिए. उन्होंने कहा कि बिजली की उपलब्धता पूरी है, लेकिन प्रतिवर्ष भीषण गर्मी के बाद जब बारिश का मौसम आता है तब बिजली के इंसुलेटर सहित कुछ अन्य उपकरण को पहली बारिश में कुछ नुकसान हो जाता है.

Intro:दुमका -
दुमका सहित पूरे संथाल परगना में पिछले एक पखवाड़े से विद्युत व्यवस्था बदहाल है । इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है । लोगों का कहना है कि शहर हो या गांव बिजली की स्थिति लचर है । खासतौर पर दुकानदारों, गृहणियों, छात्रों को काफी मुश्किलें आ रही है ।

क्या कहते हैं स्थानीय लोग ।
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बिजली व्यवस्था खराब होने से लोग काफी परेशान हैं । दुकानदारों का कहना है कि बिजली नहीं रहने से हमें काफी परेशानी होती है ग्राहकों को हम सही ढंग से डील नहीं कर पा रहे हैं । गृहणी औऱ पढ़ने वाले स्टूडेंट्स भी बिजली के आंख मिचौली से काफी परेशान हैं । इधर दुमका मुखिया संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन हांसदा का कहना है कि शहर हो या गांव हर जगह बिजली को लेकर लोग परेशान हैं वे कहते हैं विद्युत विभाग को अविलंब इस दिशा में कार्रवाई करनी चाहिए ।

बाईट - मृत्यंजय उरांव , स्थानीय दुकानदार
बाईट - चंद्रमोहन हांसदा , अध्यक्ष, मुखिया संघ दुमका


Body:क्या करते हैं विद्युत विभाग के अधिकारी ।
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इस संबंध में हमने संथाल परगना के विद्युत विभाग के जीएम हरेंद्र कुमार सिंह से बात कि तो उन्होंने बताया कि पूरे संथालपरगना में प्रतिदिन लगभग 400 मेगा वाट बिजली की जरूरत है । जिसमें देवघर में 115 , गोड्डा 104 , दुमका 75 , जामताड़ा 55 , साहिबगंज 80 और पाकुड़ में 60 मेगावाट बिजली चाहिए । उन्होंने कहा कि बिजली की उपलब्धता पूरी है । लेकिन प्रतिवर्ष भीषण गर्मी के बाद जब बारिश का मौसम आता है तब बिजली के इंसुलेटर सहित कुछ अन्य उपकरण को पहली बारिश में कुछ नुकसान होता है । ऐसे में प्रतिवर्ष इस पीरियड में विद्युत व्यवस्था गड़बड़ा जाती है लेकिन धीरे धीरे सब कुछ दुरुस्त कर लिया गया है और अब हम बेहतर विद्युत आपूर्ति करेंगे ।
बाईट - हरेंद्र कुमार सिंह, जीएम , विद्युत विभाग दुमका प्रक्षेत्र


Conclusion:उचित मोनिटरिंग की आवश्यकता ।
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एक तरफ जहां आम जनता विद्युत के अनियमित आपूर्ति से परेशान है वहीं विद्युत विभाग यह दावा कर रही है कि उन्हें फुल लोड बिजली बिल रहा है और जो तकनीकी खामियां थी उसे दूर कर ली गई है ऐसे में जनता को परेशानी से बचाने के लिए सरकार के स्तर पर भी मॉनिटरिंग की जरूरत है ।

सर
यह खबर रेडी टू एयर फॉर्मेट में भेजे हैं ।
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