दुमकाः शहर के लोगों को बेहतर पार्क की सुविधा मिले. इसको लेकर वर्ष 2017 में पांच करोड़ की लागत से सिद्धो-कान्हू शौर्य स्मारक पार्क बनाया गया. पार्क बनने के कुछ महीनों तक सुबह से शाम तक लोगों की भीड़ लगी रहती थी. लेकिन, मेंटनेंस के अभाव में पार्क बदहाल होता चला गया. अब स्थिति यह है कि पार्क के भीतर लोगों को जाने में डर लगता है.
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पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया था उद्घाटन
सिद्धो-कान्हू शौर्य स्मारक पार्क का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया था. पार्क में बच्चों को खेलने के लिए झूला, ठहलने के लिए जॉगिंग ट्रैक, बागवानी और रंग-बिरंगी लाइट की व्यवस्था की गई थी. इसके साथ ही लोग संगीत का भी आनंद उठाए, इसको लेकर 5 एकड़ में फैले पार्क के चारों ओर साउंड सिस्टम विकसित किया गया था. पार्क के भीतर संगीत-नाटक के कार्यक्रम आयोजित हो, इसको लेकर भी मंच और गैलरी विकसित की गई थी.
असामाजिक तत्व उखाड़ ले गए साउंड सिस्टम
वर्तमान में इस पार्क की स्थिति बदहाल है. पार्क के अंदर बड़े-बड़े घास उग गये हैं जो कि जंगल में तब्दील हो चुके हैं. स्थिति यह है कि पार्क के चारों ओर लगाए गए साउंड सिस्टम, लाइट और पाइप-नल को असामाजिक तत्व उखाड़ ले गये हैं. बोटिंग को लेकर एक तालाब था, जो किसी काम का नहीं रह गया है. इस पार्क में शाम होते ही असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है. इसके बावजूद प्रशासन की नींद नहीं खुल रही है.
रखरखाव के अभाव में पार्क हो चुका जर्जर
स्थानीय लोग बताते हैं कि इस पार्क को बनने में लगभग 12 वर्ष लगे. पार्क बनकर तैयार हो गया, तो काफी खुश थे. लेकिन, पार्क का रखरखाव नहीं किया गया. जिससे खंडहर में तब्दील हो गया है. उन्होंने कहा कि इस पार्क में सामान्य नागरिकों के बदले असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है.
डीसी से बात कर शीघ्र कराएंगे मेंटेनेंस
दुमका सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि देखरेख के अभाव में पार्क की स्थिति जर्जर हो चुका है. उन्होंने कहा कि इसके लिए उपायुक्त से बात कर जीर्णोद्धार का काम शुरु कराएंगे.