दुमका: संथाल परगना एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने देवघर जिला के मधुपुर प्रखंड के जमुनी पंचायत के पंचायत सचिव जाकिर हुसैन को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. एसीबी की टीम जाकिर हुसैन को दुमका लेकर आई है.
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क्या है पूरा मामला?
देवघर जिले के मधुपुर प्रखंड के जमुनी पंचायत के गझंडा गांव के सियाराम मड़ैया ने दुमका एसीबी थाना में लिखित आवेदन दिया था कि गांव में 15वें वित्त आयोग के द्वारा नाला निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ है जिसकी प्राक्कलित राशि दो लाख तीस हजार रुपए है. इस योजना में कालीचरण शर्मा लाभुक समिति के अध्यक्ष हैं और आवेदक सियाराम सचिव हैं. आवेदक ने अपने आवेदन में आगे लिखा कि नाला का निर्माण कार्य पूरा हो गया है. कुल राशि दो लाख तीस हजार में 1 लाख 19 हजार 500 रुपये का भुगतान हो चुका है. वर्तमान में कार्य पूर्ण होने के बाद जब शेष राशि के भुगतान के लिए पंचायत सचिव जाकिर हुसैन से मिले तो उन्होंने कहा कि लंबित राशि का 30% रिश्वत लगेगा तभी आपके बिल का भुगतान होगा.
एसीबी ने मामले का किया सत्यापन
पंचायत सचिव जाकिर हुसैन के द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत पर संथाल परगना एसीबी ने मामले का सत्यापन किया. इधर, आवेदक जाकिर हुसैन से काफी विनती की और कहा कि पहले किस्त में पांच हजार रुपये रिश्वत देंगे. गुरुवार को एसीबी की टीम के साथ सियाराम पंचायत सचिव जाकिर हुसैन के घर पालोजोरी थाना के जरगडी गांव पहुंचा और उसे रिश्वत दी. जैसे ही पंचायत सचिव ने रिश्वत के रुपये लिए एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार करने के बाद उसे दुमका एसीबी कार्यालय लाया गया है जहां आगे की कारवाई की जा रही है.