दुमकाः झारखंड की उपराजधानी दुमका में हूल दिवस के अवसर पर सभी वीर शहीद सिदो कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो समेत अन्य वीर शहीदों को लोग याद कर रहे हैं. गुरुवार को इस पावन मौके पर जनप्रतिनिधियों समेत प्रशासनिक अधिकारी और शहर के लोगों ने संथाल हूल क्रांति के नायकों और झारखंड वीर सपूतों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित (tribute to martyr Sido Kanhu) की. इस कार्यक्रम में दुमका सांसद सुनील सोरेन, मंत्री बादल पत्रलेख, जिला उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे.
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दुमका के बड़ा बांध चौक पर स्थित सिदो कान्हू की प्रतिमा पर झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Minister Badal Patralekh paid tribute to martyr) कई कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ माल्यार्पण किया. इसके साथ ही दुमका लोकसभा के भाजपा सांसद ने शहीदों को पुष्प अर्पित किया. इस मौके पर सूबे की पूर्व कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने भी शहीद की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर सिदो कान्हू को श्रद्धांजलि दी और उन्हें नमन किया. जिला प्रशासन की ओर से दुमका उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला (Dumka DC Ravi Shankar Shukla) ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
शहीदों की वीर गाथा को किया यादः हूल दिवस पर सिदो कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सबों ने एक स्वर में इन इन वीर नायकों के बलिदान को याद किया. उन्होंने कहा कि शोषण के विरुद्ध इन वीरों ने जो लड़ाई लड़ी थी उसी का परिणाम है कि आज हम आजाद हवा में सांस ले पा रहे हैं. कृषि मंत्री ने कहा कि वीर शहीदों ने 1855 से शुरू हुए संथाल हूल में अपने प्राणों की आहुति दी थी. उन्होंने जो सपना देखा था हमें उन सपनों को पूरा करना है, हमारी सरकार इसमें लगी हुई है. दुमका सांसद ने कहा कि इन वीर शहीदों ने शोषण के विरुद्ध लड़ाई लड़ी थी लेकिन आज झारखंड की जो स्थिति है उससे पता चलता है कि उनका बलिदान सार्थक नहीं हुआ क्योंकि आज झारखंड में चारों तरफ लूट मची हुई है. खनिज पदार्थों का अवैध उत्खनन चल रहा है, जनता आने वाले समय में इनका मुंहतोड़ जवाब देगी.