दुमकाः जिला में विषाक्त भोजन खाने से बच्चे बीमार हो गये हैं, इनमें उनकी माता भी शामिल है. स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इलाज के बाद फिलहाल उन सभी की हालत खतरे से बाहर है. दुमका में फूड प्वाइजनिंग का ये मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रामपुर गांव का है.
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क्या है पूरा मामलाः जिले के सदर प्रखंड के रामपुर गांव की रहने वाली 36 वर्षीया प्रेमशिला हेम्ब्रम भोजन में भात (चावल) बनाया था. गुरुवार दोपहर प्रेमशिला और उसके चार पुत्र सुमन हेम्ब्रम, निर्मल हेम्ब्रम, तूफान हेम्ब्रम और राज हेम्ब्रम और एक पुत्री दिव्या को खाना परोसा. इस भात को सभी ने खाया, जिसके बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. बच्चों को लगातार उल्टियां होने लगी तो मां ने भात की हांडी को देखा तो उसमें एक बड़ा सा गिरगिट मरा हुआ पाया. यह देखते हुए महिला के होश उड़ गए, माता के द्वारा भात का सेवन किये जाने से उसकी स्थिति भी खराब होने लगी.
सभी की स्थिति खतरे से बाहरः प्रेमशिला हेम्ब्रम के पड़ोसियों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने आनन-फानन में ऑटो लेकर सभी पांच बच्चों और मां प्रेमशिला को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लाकर भर्ती कराया. इलाज करने के बाद चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि सभी की स्थिति खतरे से बाहर है. प्रेमशिला ने डॉक्टर को बताया कि भात बनाकर वह एक जगह रख दी थी, खाना खाने के बाद उसने देखा कि जो भात बचा हुआ है उसमें एक गिरगिट गिरा हुआ था.