दुमकाः जिले में 20 दिसंबर को होने वाले मतदान को सुरक्षित संपन्न कराना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है. जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में पिछले 3 दिनों में दो अलग-अलग स्थानों से भारी मात्रा में तबाही के सामान बरामद होने से यह साफ हो गया है कि नक्सली गतिविधियां जारी हैं. ऐसे में सुरक्षित मतदान के लिए पुरजोर कोशिश की जा रही है और लगातार सर्च ऑपरेशन चल रहे हैं.
2014 के चुनाव में हुई थी बड़ी नक्सली घटना
दुमका में 2014 के लोकसभा चुनाव में एक बड़ी नक्सली घटना ने सब को हिला कर रख दिया था. शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से वोटिंग करा कर लौट रहे पोलिंग पार्टी के गाड़ी पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला कर दिया था जिसमें 5 पुलिसकर्मियों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी. ऐसे में इस बार सुरक्षाबल काफी सतर्क हैं.
दुमका एसपी वाई एस रमेश ने कहा कि एसएसबी के साथ उनका संयुक्त सर्च अभियान चल रहा है. उनका कहना है कि शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न करा लेना बड़ी चुनौती है, लेकिन पुलिस प्रशासन काफी सतर्क है और एसएसबी के साथ काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि वे मतदाताओं को आश्वस्त करते हैं कि 100% शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न होंगे. वहीं एसएसबी 35 वीं बटालियन के कमांडेंट एमके पांडे ने कहा कि चुनौतियां हैं लेकिन वे काफी सतर्क और चौकस हैं. उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में मतदाता आसानी से वोट डाल पाएंगे.
दुमका की उपायुक्त सह जिला निर्वाची पदाधिकारी राजेश्वरी बी ने चुनाव के संबंध में कहा कि मतदाता और मतदानकर्मियों की सुरक्षा प्रशासन के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इसके लिए प्रखंड और थाना स्तर पर होमवर्क चल रहा है और अच्छे ढंग से चुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे.