दुमकाः गणतंत्र दिवस के पहले दुमका पुलिस और एसएसबी को बड़ी सफलता हाथ लगी है. नक्सलियों द्वारा छुपा कर रखे भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है. पुलिस और सशस्त्र सीमा बल के 35वीं बटालियन ने कार्रवाई की. यह कार्रवाई जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के करकट्टा पहाड़ी वन क्षेत्र में की गई. जिसमें जमीन के अंदर छुपा कर भारी मात्रा में विस्फोटक सामान और नक्सली साहित्य बरामद किया गया है.
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क्या है पूरा मामलाः दरअसल दुमका एसपी अंबर लकड़ा और सशस्त्र सीमा बल के 35 वीं बटालियन के कमांडेंट एम.के. पांडे को कल यह ग्रुप सूचना मिली कि शिकारीपाड़ा के करकट्टा पहाड़ी वन क्षेत्र में भारी मात्रा में विस्फोटक छुपा कर रखे गए हैं. इस पर त्वरित एक टीम का गठन हुआ. जिसमें एसएसबी और पुलिस दोनों के अधिकारी मौजूद थे. बताए गए इलाके में जब खोजबीन की गई तो भारी मात्रा में विस्फोटक जिसमें जिलेटिन की छड़ें, डेटोनेटर, प्लास्टिक तार के साथ नक्सलियों के साहित्य और नक्सली बैज बरामद किए गए. यह सब सामान जमीन के अंदर प्लास्टिक बोरा के अंदर छुपाए हुए थे. ऊपर से मिट्टी ढक दिया गया था और झाड़ियां और पौधे रोप दिए गए थे.
कितनी मात्रा में बरामद हुए विस्फोटकः जंगल से जो विस्फोटक बरामद हुआ है, उसमें 230 नियोजेल जिलेटिन की छड़ें, 411 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 50 मीटर कोडेक्स वायर के साथ नया प्रभात नामक नक्सली साहित्य 27 पीस, पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गोरिल्ला आर्मी के 18 बैज और माओवादी छपा हुआ 31 बैज शामिल है. यह सभी सामान कई प्लास्टिक बोरा में छुपा कर रखे गए थे.
क्या कहते हैं जिले के एसपीः इस पूरे मामले पर दुमका के एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि हम लोगों को विस्फोटक होने की जो गुप्त सूचना मिली थी, उसपर तत्काल हम लोगों ने एक टीम बनाई. जिसमें एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट गुलशन कुमार, असिस्टेंट कमांडेंट फूल सिंह मीणा के साथ हमारी ओर से एसडीपीओ नूर मुस्तफा और अन्य पुलिसकर्मी और एसएसबी के जवान शामिल थे. एसपी ने बताया कि यह बड़ी सफलता है. उन्होंने कहा कि यह जांच की जा रही है कि यह सारे सामान कितने दिन पहले छुपा कर रखे गए थे. साथ ही साथ यह भी पता लगाया जा रहा है कि नक्सलियों की मंशा क्या थी और किस टीम ने यह विस्फोटक छुपाया था.
एसएसबी के कमांडेंट ने नक्सलियों से की अपील मुख्यधारा में आएं वापसः इधर एसएसबी के कमांडेंट एम.के. पांडे ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है, लेकिन हम भटके हुए लोगों से अपील कर रहे हैं कि आप हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में शामिल हो.