दुमकाः दुमका प्रशासन द्वारा गठित खनन टास्क फोर्स इन दिनों वैसी कंपनी जिन्हें पत्थर खदान के लिए विस्फोटक सप्लाई करने का लाइसेंस मिला है, उनके मैग्जीन के स्टॉक और गोदामों की जांच कर रही है. इस सिलसिले में मंगलवार को जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू, एसडीपीओ नूर मुस्तफा, शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी संजय सुमन हरिपुर गांव पहुंचे. हरिपुर स्थित मुख्य सड़क से एक किलोमीटर दूर निर्जन स्थान पर उन्हें छोटे-छोटे तीन मकान दिखे. जब उन मकानों की तलाशी ली गई तो उनमें भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद (Huge Quantity Of Explosives Recovered) किया गया.
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विस्फोटक को रखने के लिए तय मापदंड का पालन नहींः बड़ी लापरवाही यह थी कि मैग्जीन रखने के लिए जो तय सुरक्षा मापदंड है, वह कहीं नजर नहीं (Safety Norms Not Followed) आया. इस पर खनन टास्क फोर्स की टीम ने मैग्जीन को अपनी सुरक्षा में ले लिया.
भारी मात्रा में रखे थे विस्फोटकः इन विस्फोटकों में स्टार जेल 36 पेटी, डेटोनेटर 168 पेटी, बूस्टर 25 पेटी, स्टार वन डेटोनेटर 52 पेटी शामिल है. टास्क फोर्स की टीम विस्फोटकों के जब्त कर जांच में (Mining Department Start Investigation) जुटी है.
आशा एंड संस इंटरप्राइजेज और राजा इंटरप्राइजेज के हैं विस्फोटकः इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि जांच में पता चला है कि ये सारे विस्फोटक आशा एंड संस इंटरप्राइजेज और राजा इंटरप्राइजेज के नाम हैं. हालांकि मैनेजर ने इसके पर्याप्त कागजात दिखाने में असमर्थता जताई है. साथ ही यह भी पता नहीं चल पाया कि यह विस्फोटक किस जगह सप्लाई करना था.
दोनों कंपनी के मैनेजर से जरूरी कागजात मांगे गएः डीएमओ ने कहा कि मैनेजर से कागजात की मांग की जा रही है. कागजात आने के बाद अगर अनियमितता का पता चलेगा तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
टीम कर रही पूरे मामले की पड़तालः वैसे यहां एक बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार निर्जन जगह पर बिना सुरक्षा के भारी मात्रा में विस्फोटक क्यों रखा गया था. इधर, डीएमओ ने भी सुरक्षा की कमी की बात स्वीकारी है.