दुमका: फाल्गुन पूर्णिमा पर बासुकीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारी को अबीर गुलाल लगाकर होली का शुभारंभ किया. श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक थी कि पुलिस प्रशासन भी व्यवस्था बनाए रखने में लाचार नजर आई.
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राख से होली मनाने की शुरुआत
बर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार, बासुकीनाथ धाम में रविवार को हरिहर मिलन कराया गया. पंडा धर्म रक्षणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा ने बताया कि फाल्गुन महीने की पूर्णिमा के दिन हरि और हर अर्थात भगवान विष्णु और महादेव एक दूसरे से मिले, जिसको लेकर बासुकीनाथ धाम में भी हरिहर मिलन उत्सव मनाया गया. उन्होंने बताया कि शास्त्रों में वर्णित राक्षसी होलिका के दहन से पूर्व भगवान विष्णु और भोलेनाथ के मिलने से होता है और दोनों एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होलिका दहन से पूर्व की शुभकामनाएं देते हैं. होलिका दहन के बाद उसके राख से होली मनाने की शुरुआत मानी जाती है. फाल्गुन पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को बासुकीनाथ धाम मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन काफी सक्रिय है. इस दौरान मंदिर के पंडा-पुरोहित और श्रद्धालुओं ने जमकर होली खेली.
झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने वासुकीनाथ में की पूजा अर्चना
इधर, झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस कैलाश देव ने सपरिवार बाबा बासुकीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की. इस दौरान मंदिर के पंडा पुरोहितों ने उन्हें विधिवत पूजा कराया. मौके पर दुमका जिला सत्र न्यायाधीश श्रीराम शर्मा, जज निशांत कुमार, जरमुंडी थाना इस्पेक्टर अतिन कुमार, कोर्ट कर्मी परमेश ज्ञान और स्थानीय लोग मौजूद थे.