दुमकाः जेपीपी और आजसू के संस्थापक घाटशिला के पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा ने दुमका परिसदन में कहा कि राज्य में खनिज संपदाओं की लूट मची है. राज्य सरकार निरंकुश हो गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साढ़े तीन साल के कार्यकाल में खनिज संपदाओं के राजस्व की लूट से राज्य में एक लाख करोड़ से अधिक के घपले-घोटाले का अनुमान है. उन्होंने केंद्र सरकार से राज्य के महागठबंधन की सरकार को अविलंब बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने और घपले-घोटाले की जांच कराने की मांग की है.
झारखंडियों के हितों की ओर नहीं दिया किसी ने ध्यानः घाटशिला क्षेत्र के पूर्व विधायक रहे सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि झारखंड गठन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को छोड़कर पिछले 22 वर्षो में लगभग 17 वर्षों तक राज्य की सत्ता की बागडोर आदिवासी समाज के नेताओं के हाथों में रहा, लेकिन किसी भी मुख्यमंत्री के कार्यकाल में स्थानीय नीति, नियोजन नीति और भाषा नीति नहीं बनी और न ही छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम (सीएनटी) और संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम (एसपीटी) की रक्षा की दिशा में कोई कदम उठाया गया. उन्होंने कहा कि स्थानीय और नियोजन नीति को लेकर राज्य के नौजवानों में भारी असंतोष है और सड़क पर आंदोलन करने को विवश हैं. जिसका उनकी पार्टी समर्थन करती है.
संथाल परगना अलग राज्य के गठन की मांग को लेकर करेंगे आंदोलनः सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि इस वर्ष 15 नवंबर 2023 तक स्थानीय नीति, नियोजन नीति और भाषा नीति नहीं लागू की गई और एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू नहीं किया गया तो अगले साल 2024 में संथाल परगना अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया जाएगा.
झारखंड खतियानी मोर्चा के बैनर तले चुनावी मैदान में उतारेंगे युवाओं कोः इसी क्रम में 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव की चर्चा करते हुए सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि आगामी चुनाव में राजग और महागठबंधन से अलग हटकर झारखंड खतियानी मोर्चा के नाम से नए मोर्चा का गठन किया जाएगा. तीसरा मोर्चा के बैनर तले पूर्व सांसद, विधायक रह चुके नेताओं को छोड़ खतियानी नौजवानों को चुनाव में उतारा जाएगा. उन्होंने कहा कि मैं खुद चुनाव नहीं लड़ूंगा, बल्कि युवाओं को चुनावी मैदान में उतारूंगा.