दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका के रामगढ़ थाना क्षेत्र से मंगलवार को एक आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया था. इस घटना में 6 आरोपियों में से 5 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इधर पीड़िता की हालत में सुधार बताया जा रहा है. फिलहाल, नाबालिग का इलाज फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है.
ये भी पढ़ें: दुमका मेंं फिर लुटी आदिवासी बेटी की अस्मत, गांव के ही युवकों ने किया गैंगरेप
सांसद सुनील सोरेन पीड़िता से मिलने पहुंचे अस्पताल: दुमका सांसद सुनील सोरेन पीड़िता का हाल-चाल जानने अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़िता से बातचीत कर पूरे घटनाक्रम को जाना. साथ ही साथ सांसद ने उनके परिजनों से भी मुलाकात कर हर संभव मदद देने की बात कही. बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुनील सोरेन ने कहा कि दुमका में लगातार महिला हिंसा में बढ़ोतरी हुई है. यहां बहू बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति के लिए पूरी तरह से झारखंड सरकार जिम्मेदार है क्योंकि अपराधियों का मनोबल बढ़ा है. उन्हें किसी का डर नहीं है. सांसद ने कहा कि इस मामले को वे संसद तक ले जाएंगे. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि भाजपा पीड़ित परिवार के साथ है और हर संभव मदद किया जाएगा.
विधायक सीता सोरेन भी पहुंचीं अस्पताल, कहा- समाज को आगे आना होगा: पीड़िता जिस रामगढ़ प्रखंड की रहने वाली है, वह क्षेत्र जामा विधानसभा क्षेत्र का है और यहां की विधायक झामुमो की सीता सोरेन है. सीता सोरेन भी पीड़िता से मिलने अस्पताल पहुंची. बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए अभिभावकों का संस्कार जिम्मेदार है. जिन लड़कों ने ऐसी घटना जो अंजाम दिया है, उनके अभिभावकों ने अपने पुत्र को शिक्षा प्रदान नहीं की है. सीता सोरेन ने कहा कि सांसद सुनील सोरेन जिस तरह ऐसी घटनाओं के लिए झारखंड सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, यह गलत है. यहां सरकार तो अपना काम कर ही रही है, जो भी घटना हो रही है. उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो रही है. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज को आगे आना होगा.
तीन जवानों ने पीड़िता को किया रक्तदान: इधर, दुमका एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि मामले में पांच को गिरफ्तार किया गया है. एसपी ने जानकारी दी कि पीड़िता की हालत खराब थी, उसे रक्त की जरूरत थी तो हमारे तीन जवानों ने उसे रक्त दिया. फिलहाल उसकी हालत बेहतर बताई जा रही है.