दुमका: लॉकडाउन की वजह से किसानों को परेशानी उठानी पड़ रही है. खासतौर पर सब्जी उत्पादक किसानों को नुकसान हो रहा है. लोग घरों से कम निकलते हैं तो सब्जी की मांग भी कम है. इसमें किसान को फसल की उचित कीमत नहीं मिल रही है. औने-पौने दाम में उन्हें अपना सब्जी बेचना पड़ रहा है. खासतौर पर कद्दू, बैंगन, खीरा उपजाने वाले किसानों को ज्यादा परेशानी हो रही है.
क्या कहते हैं किसान
किसानों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से काफी कम लोग घर से निकल रहे हैं. सब्जी की मांग कम है. पैसे खर्च कर सब्जी वाहन से मंडी तक ले जाते हैं. लेकिन वहां बैगन पांच रुपये किलो और कद्दू दो रुपये पीस बेचना पड़ रहा है. इस वजह से वह सब्जी को खेत में ही छोड़ दे रहे हैं. जिससे वह खराब हो रही है. किसानों का कहना है कि प्रशासन हमें मदद करें.
क्या कहती हैं दुमका उपायुक्त
इस संबंध में हमने दुमका के उपायुक्त राजेश्वरी बी से बात की तो उन्होंने कहा कि ऐसे फसल जो फसल बीमा से कवर्ड नहीं है. उसके नुकसान के आकलन के लिए कृषि पदाधिकारी और अंचलाधिकारी को कहा गया है. उसके बाद आपदा प्रबंधन की ओर से उन्हें मुआवजा दिया जाएगा.
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जल्द मिले किसानों को राहत
दुमका के किसान अधिकांश गरीब है. अब परिस्थितिवश उनके द्वारा मेहनत से उपजाये फसल बर्बाद हो रहे हैं. इस तरह नुकसान होना काफी चिंताजनक है. हालांकि प्रशासन आकलन कर मुआवजा देने की बात कर रहा है. लेकिन यह पहल जल्द से जल्द होनी चाहिए ताकि किसानों को राहत मिल सके.