दुमका: जिले में फर्जी माइनिंग चालान का भंडाफोड़ किया गया है. एसडीएम कौशल कुमार के नेतृत्व में एसडीपीओ नूर मुस्तफा, डीएमओ कृष्ण कुमार किस्कू ने इस गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है. इस मामले में तीन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. हालांकि यह सब कैसे हो रहा था, इस पर प्रशासन और पुलिस संयुक्त प्रेस वार्ता कर जानकारी देगी.
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क्या है पूरा मामला: दरअसल स्टोन चिप्स लेकर दुमका के शिकारीपाड़ा से बिहार जा रहे एक ट्रक मालिक ने जिला प्रशासन को सूचना दी कि तमाम कागजात सही रहने के बावजूद पुलिस द्वारा उनसे रुपए की डिमांड की जा रही है. जानकारी मिलने के साथ ही प्रशासन की एक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. जांच में जब माइनिंग चालान की पड़ताल हुई तो वह जाली निकला. इसी को सूत्र बनाकर वे आगे बढ़े तो इस धंधे से जुड़े कई लोग सामने आए. इसमें दो शिकारीपाड़ा और एक काठीकुंड प्रखंड के रहने वाले थे.
मुफस्सिल थाना में हो रही है पूछताछ: साफ है कि इस आपराधिक गिरोह के द्वारा सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाया जा रहा है. फिलहाल देर रात इन तीनों से मुफस्सिल थाना में पूछताछ की जा रही है. जानकारी के मुताबिक इन लोगों ने बताया है कि इस तरह फर्जी माइनिंग चालान बनाया जा रहा है. एसडीएम और एसडीपीओ ने अभी ज्यादा कुछ जानकारी देने से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि इस बारे में मीडिया को पूरी जानकारी प्रेस वार्ता कर के दी जाएगी. उसमे सिलसिलेवार तरीके से साफ किया जाएगा कि पूरा गैंग कैसे काम करता था.