दुमकाः पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां आखिरी दौर में है. दुमका के चार प्रखंडों में पंचायत चुनाव के प्रथम चरण का मतदान 14 मई होना है. ये सभी इलाके नक्सल प्रभावित हैं. ऐसे में यहां सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.
इसे भी पढ़ें- पाकुड़ में पंचायत चुनावः मतपेटी और सामग्री लेकर पोलिंग पार्टी रवाना, 14 मई को होगी वोटिंग
जिला के 4 प्रखंड- रामगढ़, काठीकुंड, गोपीकांदर और शिकारीपाड़ा में 14 मई को प्रथम चरण का मतदान है. ये सभी इलाके नक्सल प्रभावित हैं. लेकिन इसके लिए जिला प्रशासन भी तैयार है. संवेदनशील और अति संवदेनशील इलाकों के साथ-साथ सुदूरवर्ती बूथों में जवानों की तैनाती की जा रही है. मतदान की तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत ने जिला उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि सुरक्षा के इंतजाम व्यापक हैं, मतदाताओं से अपील है कि वो अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जिला के उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि पंचायत चुनाव 2022 के प्रथम चरण में शनिवार को मतदान होना है. इसके लिए पोलिंग पार्टी को बूथों तक रवाना किया जा रहा है. मतदानकर्मी सही ढंग से पोलिंग बूथ तक पहुंचे इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं. उनके साथ सुरक्षा बल हैं इसके अलावा बूथों पर भी जवानों की तैनाती की गयी है. इस चुनाव में जिला पुलिस बल, एसआईआरबी, एसएसबी के जवानों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है
सुरक्षा चाक-चौबंदः पहले चरण के लिए नक्सल प्रभावित इलाकों में हो रहे मतदान के संबंध में उपायुक्त ने बताया कि चुनाव शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हो इसके लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. जिला के एसपी के साथ मिलकर सिक्योरिटी प्वाइंट पर काफी एक्सरसाइज की गयी है. उपायुक्त ने कहा कि हमारा प्रयास भयमुक्त वातावरण में शांतिपूर्ण और स्वच्छ चुनाव संपन्न कराने का है. ऐसे में मतदाताओं से अपील कर रहे हैं कि लोकतंत्र के इस महापर्व में लोग बढ़-चढ़कर भाग लें, अपने मताधिकार का प्रयोग करें और गांव की सरकार चुनें.
चुनाव में पहले हुई है नक्सली हिंसाः दुमका के चार प्रखंडों में शनिवार को मतदान होगा. ये चारों प्रखंड रामगढ़, काठीकुंड, गोपीकांदर और शिकारीपाड़ा सभी अति नक्सल प्रभावित इलाका है. आम चुनाव में मतदान के दिन दुमका में नक्सली हिंसा का इतिहास रहा है. 2009 में के विधानसभा चुनाव में नक्सली हिंसा हुई थी. वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में शिकारीपाड़ा प्रखंड में मतदान संपन्न कराकर लौट रहे पोलिंग पार्टी को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया था. नक्सलियों ने पूरे बस को विस्फोट कर उड़ा दिया था. इस घटना में कुल आठ मतदान और सुरक्षाकर्मी की मौत हुई थी.