दुमकाः जिला में कोरोना का आंकड़ा भयावह तो नहीं है. लेकिन आने वाले वक्त के लिए दुमका स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तत्पर दिखाई दे रहा है. रांची और धनबाद पर निर्भरता खत्म कर अब जिला के कोविड अस्पताल और जांच केन्द्र में सैंपल की जांच की जा रही है. पहले ट्रूनेट मशीन की व्यवस्था हुई अब जल्द रिपोर्ट पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास 3 तरह के वायरस ट्रांसपोर्टेशन मीडिया (VTM) यानी कोरोना टेस्टिंग किट मौजूद हैं. जांच की धीमी गति से जिलावासी सशंकित जरूर है. लेकिन सिविल सर्जन का दावा है कि जांच के किट की बाध्यता हमारे पास नहीं है और ना आने वाले वक्त में जांच किट की कमी आएगी.
किस तरह की है टेस्टिंग किट
1. आर्टिफिशियर वीटीएम
2. ट्रूनेट वीटीएम
3. रैपिड एंटीजन किट
अभी वर्तमान में आर्टिफिशियर वीटीएम 5750 उपलब्ध है. जबकि ट्रूनेट वीटीएम 265 उपलब्ध है. जबकि रैपिड एंटीजन टेस्ट किट 1500 आया है. सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा की मानें तो अब तक दुमका में 5720 आर्टिफिशियर VTM का इस्तेमाल हो चुका है. जबकि ट्रूनेट VTM के इस्तेमाल की संख्या 2013 है. रैपिड एंटीजन किट 1500 उपलब्ध कराए गए हैं जिसका इस्तेमाल होना अभी बाकी है. इन विभिन्न किट के माध्यम से जांच रिपोर्ट जल्द आएगी. जिससे संक्रमण के फैलाव को काबू किया जा सकेगा.
जल्द खुलेगा जांच लैब
डीसी ने कोरोना सैंपल की जांच की धीमी गति को लेकर आश्वस्त किया है. पहले जहां सैंपल बाहर भेजे जाते रहे हैं लेकिन अब जिला में सैंपल की जांच तेजी से होगी. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिनों में नया टेस्टिंग लैब खुल जाएगा, जिससे जिला में कोरोना टेस्टिंग की रफ्तार और बढ़ेगी. जिससे कोरोना के संक्रमण के प्रसार को रोकने मदद मिलेगी.
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नहीं है क्वॉरेंटाइन किट
इसके अलावा दुमका के क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में लोगों को सुविधाओं और एहतियात के साथ अच्छी देखभाल भी हो रही है. साथ ही होम क्वॉरेंटाइन में रह रहे लोगों को पूरी हिदायत दी जा रही है. जानकारी के मुताबिक जिन लोगों को क्वॉरेंटाइन में रहने की मेडिकल एडवाइस मिलती है, उसे क्वॉरेंटाइन किट मिलनी चाहिए. जिसमें विटामिन सी, बी कॉम्प्लेक्स, सैनेटाइजर और मास्क से युक्त क्वॉरेंटाइन किट उपलब्ध करवाना होता है. लेकिन दुमका सिविल सर्जन डॉ अनंत कुमार झा की मानें तो इस तरह का कोई किट उनके यहां उपलब्ध नहीं है, जो वो क्वॉरेंटाइन सेंटर्स या होम क्वॉरेंटाइन में रह रहे लोगों को मुहैया करवा सके.
सजगता और बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था से कोरोना पर काबू काबू पाना होगा. उसकी रोकथाम करनी है तो हमें सजग रहना होगा. स्वास्थ्य विभाग तो इसके लिए तैयार नजर आ रही है. इसी तैयारी को बेहतर व्यवस्था प्रबलता के साथ धरातल पर उतारने से हम कोरोना को हरा पाने में कामयाब होंगे.