दुमका: एक सप्ताह पहले 02 जुलाई को जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के केंदपहाड़ी गांव के बाहरी हिस्से में एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया था. बाद में उस शव की पहचान दुमका के ही रानीश्वर थाना क्षेत्र के कठलिया गांव के मुंशी सोरेन के रूप में की गई थी. मुंशी सोरेन की हत्या कर उसके शव को छिपाने का प्रयास किया गया था. पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा किया है. इसमें होमगार्ड के जवान 55 वर्षीय रसिक मुर्मू और उसके पुत्र 25 वर्षीय प्रेम मुर्मू को गिरफ्तार किया गया है. हत्या की वजह जमीन विवाद बताई जा रही है. इस मामले में एक नाबालिग को निरुद्ध भी किया गया है.
ये भी पढ़ें: Murder in Giridih: जरीडीह पहाड़ी के पास अज्ञात युवक का शव बरामद, हत्या के बाद लाश फेंके जाने का शक
क्या है पूरा मामला: इस माह के 02 जुलाई को दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के केन्दपहाड़ी गांव के फुटबॉल मैदान के पास झाड़ियों से मुंशी सोरेन नाम के एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया था. इस मामले में मृतक की पत्नी सरोज मुनि हेम्ब्रम ने शिकारीपाड़ा थाने में मामला दर्ज कराया था. मृतक रानीश्वर थाना के कठलिया गांव का रहने वाला था. पुलिस ने इस मामले का उद्भेदन कर लिया है. मुंशी की हत्या उसी के गांव के रसिक सोरेन ने अपने पुत्र प्रेम मुर्मू के साथ मिलकर की है. रसिक मुर्मू होमगार्ड का जवान बताया जा रहा है. मामला जमीन विवाद से जुड़ा है. रसिक ने इसमें एक नाबालिग बालक की मदद ली थी. उस नाबालिग के फोन से ही रसिक ने मुंशी सोरेन को फोन कर केंदपहाड़ी बुलाया था. पुलिस ने रसिक मुर्मू और उसके पुत्र प्रेम मुर्मू को गिरफ्तार कर लिया है और नाबालिग जिसके फोन का इस्तेमाल किया गया था, उसे निरुद्ध किया है.
एसडीपीओ नुर मुस्तफ़ा ने दी जानकारी: दुमका एसडीपीओ नुर मुस्तफा ने बताया कि जिस टांगी से मुंशी की हत्या की गई थी उसे जब्त किया गया है, साथ ही हत्या में प्रयुक्त बाइक भी जब्त की गई है.