दुमका: जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र मसलिया प्रखंड के पहाड़ों और जंगलों से घिरे डहालंगी गांव के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी पेयजल की है. गांव में तीन चापाकल है. एक बिल्कुल खराब है तो दो चापाकल में बहुत देर चलाने पर कम मात्रा में पानी निकलता है. इस वजह ग्रामीण गांव के दो पुराने कुएं से पानी भरते हैं.
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सरकार से मदद की लगा रहे हैं गुहार
इस गांव के ग्रामीण हेमंत सरकार से पानी की उचित व्यवस्था की मांग कर रहे हैं. इस टोला के ग्रामीणों का कहना है कि चापाकल की सुविधा नहीं होने के कारण हम लोगों को कुआं का प्रदूषित पानी पीना पड़ता है. इससे बीमार होने का संभावना तो बनी रहती हैं. इस टोला के ग्रामीणों का यह भी कहना है कि हर बार चुनाव के समय नेता यह वादा कर जाते, लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई नहीं आता.