हजारीबागः जिला के कांग्रेस नेता संजय कुमार तिवारी 26 जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. 5 दिन से लगातार उनका आंदोलन जारी है. पांचवें दिन उनकी स्थिति भी नाजुक हुई है. उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया और डॉक्टर्स ने उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती करने का सलाह भी दी है. लेकिन वह अपनी मांग को लेकर अडिग है. उन्हें स्पष्ट कर दिया है कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी अनशन नहीं तोड़ेंगे.
जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले सहयोगी दलों के समर्थन के साथ डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के निकट पांच सूत्री मांग को लेकर कांग्रेसी नेता संजय तिवारी आमरण अनशन कर रहे हैं. उनके आंदोलन में कांग्रेस और सरकार के सहयोगी दलों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है. यही नहीं कई समाजसेवियों कने भी उनके साथ मंच साझा किया है.
कांग्रेस नेता सह अनशनकारी संजय तिवारी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए अपनी कुछ बातों को साझा किया है लेकिन वह अब पूरी बात कहने की स्थिति में नहीं हैं. उनकी तबीयत भी नाजुक होती जा रही है. ऐसे में कांग्रेस के सहयोगी नेता मनोज नारायण गुप्ता ने संजय तिवारी की पांच सूत्री मांग को बिल्कुल जायज बताया. उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल और स्कूलों में मनमानी ढंग से फीस लेने के खिलाफ ये आमरण अनशन का आगाज है.
बड़कागांव और केरेडारी में पब्लिक रोड से हाइवा से कोयला ढुलाई कर अबतक कितने लोगों की घटना में जान जा चुकी है. जिले के कुछ सरकारी पदाधिकारी जो आरएसएस और भाजपा मानसिकता के हैं. वह झारखंड के गठबंधन सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहें है. इस बात को हम किसी हालत में सहन नहीं कर सकते हैं. हमारा ये आंदोलन सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि यहां की कार्यपालिक के खिलाफ है.
कांग्रेस नेता संजय गुप्ता ने आरोप लगाया कि पांचवें दिन भी जिला प्रशासन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई. इसके लिए कांग्रेसियों और आम जनता मे रोष और क्षोभ व्याप्त है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि शीघ्र प्रशासन द्वारा मांगों की पूर्ति नहीं की जाती है तो कांग्रेस पार्टी की ओर से उग्र आंदोलन के फैसले लिए जा सकते हैं और इसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन पर होगी. उनका यह भी कहना है कि यह लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं है. सरकार संवेदनशील है. यहां के पदाधिकारी मनमानी ढंग से कम कर रहे हैं. जिससे सरकार की छवि भी खराब हो रही है.
ये हैं पांच सूत्री मागें
- निजी अस्पताल और स्कूलों में मनमाना फीस लेने के खिलाफ आमरण अनशन.
- बड़कागांव और केरेडारी में पब्लिक कंसर्निग रोड से हाइवा से कोयला ढुलाई कर अबतक कई लोगों की मौत.
- डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक स्थित जिला परिषद की बिल्डिंग में अवैध ढंग से चल रहे आरोग्यम अस्पताल को आजतक खाली नहीं किया गया.
- हजारीबाग में आपराधिक घटनाओं में दिनोंदिन बढ़ोतरी हो रही है, जिला और पुलिस प्रशासन इसे रोकने में नाकाम.
- भवन प्रमंडल हजारीबाग में टेंडर में करोड़ों का घोटाले की आजतक जांच नहीं हो पाई.
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