दुमका: जिले के बासुकीनाथ मंदिर परिसर स्थित सभागार में जिला प्रशासन ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पंडा समाज के लोगों के साथ बैठक की. इस बैठक में उपस्थित लोगों से कोर्ट के आदेश पर मंदिर खोलने को लेकर चर्चा की गई.
उपायुक्त ने संबोधित करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मंदिर को नियमपूर्वक खोल श्रद्धालुओं को दर्शन कराना है. इस विषय पर प्रतिनिधियों और पंडा समाज ने अपनी अलग-अलग राय दी.
श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा मंदिर
वहीं उपायुक्त ने कहा कि मंदिर से जुड़े पंडा समाज, स्थानीय जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोगों का बहुत सहयोग मिला. इस बार कोरोना वायरस के कारण श्रावणी मेला नहीं लगा. श्रावण माह में भी मंदिर बंद था. स्थानीय लोगों के सहयोग से ही वे मंदिर से श्रद्धालुओं को दूर रख पाए.
कोर्ट के आदेश हैं नियमपूर्वक ही सही, लेकिन मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोलना होगा. इस विषय पर अंतिम निर्णय कार्यकारिणी समिति को ही लेना है. बैठक में जो निर्णय लिए गए इस विषयवस्तु को कार्यकारिणी समिति में भेजेंगे और वहां से जो भी निर्णय मंदिर खोलने को लेकर आएगा उसका पालन किया जाएगा.
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प्रशासन को दिया जाएगा निर्देश
दुमका के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर खुलने पर सभी तरह का ख्याल रखा जाएगा, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा और मास्क का उपयोग अनिवार्य किया जाएगा, जगह-जगह पुलिस प्रशासन लोगों को निर्देश देते रहेंगे, ताकि संक्रमण न फैल सके.
कार्यकारिणी समिति लेगी अंतिम निर्णय
उपायुक्त ने कहा कि अंतिम निर्णय कार्यकारिणी समिति को ही लेना है. इसलिए हम लोग आज की बैठक में लिये निर्णय को कार्यकारिणी समिति में रखेंगे, वहां से जो भी निर्णय होगा. उसे मंदिर खोलने में लागू किया जाएगा.