ETV Bharat / state

Corruption In MGNREGA: दुमका में मनरेगा घोटाले के आरोपियों पर कार्रवाई, वेंडर और डाकपाल समेत तीन गिरफ्तार

दुमका में मनरेगा योजना में लाखों रुपए का घोटाला करने के मामले में तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि आरोपियों पर वर्ष 2018 में ही एफआईआर दर्ज की गई थी.

http://10.10.50.75//jharkhand/11-August-2023/jh-dum-03-karvai-10033_11082023220029_1108f_1691771429_89.jpg
Action Taken Against Accused Of MNREGA Scam
author img

By

Published : Aug 12, 2023, 1:28 PM IST

दुमका: जिले के जामा प्रखंड में 57.71 लाख रुपए के मनरेगा घोटाले में वेंडर और डाकपाल समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. प्राथमिकी दर्ज होने के पांच वर्षों के बाद हुई. इसकार्रवाई में मनरेगा घोटाले में वेंडर कालेश्वर मुर्मू , निश्चितपुर गांव के डाकपाल सनातन किस्कू और फिरोज सोरेन को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

ये भी पढ़ें-चालक ही निकला चोर, हाइवा चुरा बेचने के लिए जा रहा था पश्चिम बंगाल, रास्ते में पुलिस ने धर दबोचा

बता दें कि आरोपी वेंडर कालेश्वर मुर्मू भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा दुमका का पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुका है. दुमका पुलिस ने जामा चौक से कालेश्वर को गिरफ्तार किया है. मनरेगा घोटाला में जामा थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की है.

लगभग 58 लाख रुपए गबन का मामला: बता दें कि वर्ष 2018 में दुमका जिले के जामा प्रखंड के भटनियां, बेदिया और छैलापाथर पंचायत में मनरेगा योजना में तकरीबन 57 लाख, 71 हजार, 369 रुपए के गबन का मामला सामने आया था. इस पर दुमका के तत्कालीन उपायुक्त मुकेश कुमार के निर्देश पर जामा के बीडीओ डॉ शिशिर कुमार सिंह ने पूर्व बीडीओ विवेक कुमार सुमन समेत तत्कालीन लेखापाल प्रेम संतोष किस्कू, बिचौलिया अशोक राउत, हेठ मंझियाडीह शाखा के डाकपाल करण कुमार, योजना मेठ रमेश मुर्मू, वेंडर कालेश्वर मुर्मू और निश्चितपुर शाखा के डाकपाल सनातन किस्कू पर जामा थाना में प्राथमिकी संख्या 24/18 दर्ज की गई थी. उपायुक्त के निर्देश पर हुई जांच में पंचायत भटनियां, बेदिया और छैलापाथर की मनरेगा योजना में गबन की पुष्टि के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

बगैर योजनाओं का कार्य पूरा किए हो गई राशि की निकासीः बेदिया पंचायत के ग्राम अमलाचातर में निकासी किए जाने के बाद भी योजनाएं पूर्ण नहीं की गई. इनमें से 30 योजनाएं वित्तीय वर्ष 2016-17 की हैं. अमलाचातर में 27 और मधुबन में तीन लाभुकों के पशु शेड योजनाओं में कार्य से अधिक छह लाख, 58 हजार रुपए की अवैध निकासी की गई है. वहीं भटनियां पंचायत के सात लाभुकों चंदन बास्की, बुधन हेंब्रम, सिरील हेंब्रम, फूलमुनी हेंब्रम, रमेश सोरेन, देवान मरांडी के डोभा निर्माण कराए बगैर ही संपूर्ण राशि निकासी कर गबन कर लिया गया. जबकि छैलापाथर पंचायत की 15 योजनाएं जामदली, पहाड़पुर में तालाब निर्माण, कुरुवा में तालाब जीर्णोद्धार, जिरुलिया में तालाब जीर्णोद्धार, निश्चितपुर और मनका पहाड़ी में तालाब निर्माण, निश्चितपुर में ग्रेड टू पथ निर्माण, मुर्गी और बकरी शेड निर्माण जैसी योजनाओं में करीब 43 लाख, 19 हजार, 899 रुपए का गबन किया गया था.

दुमका: जिले के जामा प्रखंड में 57.71 लाख रुपए के मनरेगा घोटाले में वेंडर और डाकपाल समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. प्राथमिकी दर्ज होने के पांच वर्षों के बाद हुई. इसकार्रवाई में मनरेगा घोटाले में वेंडर कालेश्वर मुर्मू , निश्चितपुर गांव के डाकपाल सनातन किस्कू और फिरोज सोरेन को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

ये भी पढ़ें-चालक ही निकला चोर, हाइवा चुरा बेचने के लिए जा रहा था पश्चिम बंगाल, रास्ते में पुलिस ने धर दबोचा

बता दें कि आरोपी वेंडर कालेश्वर मुर्मू भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा दुमका का पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुका है. दुमका पुलिस ने जामा चौक से कालेश्वर को गिरफ्तार किया है. मनरेगा घोटाला में जामा थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की है.

लगभग 58 लाख रुपए गबन का मामला: बता दें कि वर्ष 2018 में दुमका जिले के जामा प्रखंड के भटनियां, बेदिया और छैलापाथर पंचायत में मनरेगा योजना में तकरीबन 57 लाख, 71 हजार, 369 रुपए के गबन का मामला सामने आया था. इस पर दुमका के तत्कालीन उपायुक्त मुकेश कुमार के निर्देश पर जामा के बीडीओ डॉ शिशिर कुमार सिंह ने पूर्व बीडीओ विवेक कुमार सुमन समेत तत्कालीन लेखापाल प्रेम संतोष किस्कू, बिचौलिया अशोक राउत, हेठ मंझियाडीह शाखा के डाकपाल करण कुमार, योजना मेठ रमेश मुर्मू, वेंडर कालेश्वर मुर्मू और निश्चितपुर शाखा के डाकपाल सनातन किस्कू पर जामा थाना में प्राथमिकी संख्या 24/18 दर्ज की गई थी. उपायुक्त के निर्देश पर हुई जांच में पंचायत भटनियां, बेदिया और छैलापाथर की मनरेगा योजना में गबन की पुष्टि के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

बगैर योजनाओं का कार्य पूरा किए हो गई राशि की निकासीः बेदिया पंचायत के ग्राम अमलाचातर में निकासी किए जाने के बाद भी योजनाएं पूर्ण नहीं की गई. इनमें से 30 योजनाएं वित्तीय वर्ष 2016-17 की हैं. अमलाचातर में 27 और मधुबन में तीन लाभुकों के पशु शेड योजनाओं में कार्य से अधिक छह लाख, 58 हजार रुपए की अवैध निकासी की गई है. वहीं भटनियां पंचायत के सात लाभुकों चंदन बास्की, बुधन हेंब्रम, सिरील हेंब्रम, फूलमुनी हेंब्रम, रमेश सोरेन, देवान मरांडी के डोभा निर्माण कराए बगैर ही संपूर्ण राशि निकासी कर गबन कर लिया गया. जबकि छैलापाथर पंचायत की 15 योजनाएं जामदली, पहाड़पुर में तालाब निर्माण, कुरुवा में तालाब जीर्णोद्धार, जिरुलिया में तालाब जीर्णोद्धार, निश्चितपुर और मनका पहाड़ी में तालाब निर्माण, निश्चितपुर में ग्रेड टू पथ निर्माण, मुर्गी और बकरी शेड निर्माण जैसी योजनाओं में करीब 43 लाख, 19 हजार, 899 रुपए का गबन किया गया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.