दुमका: दहेज हत्या के मामले में सेंट्रल जेल दुमका में पांच साल की सजा काट रहे 55 साल के बंकिम मरांडी की शनिवार को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक जामताड़ा जिले के बिंदापाथर थाना क्षेत्र के बंडेरडीह गांव का रहने वाला था.
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चार दिन पूर्व 17 अक्टूबर को हुई थी कैदी को सजाः कैदी बंकिम मरांडी को जामताड़ा की अदालत ने चार दिन पूर्व 17 अक्टूबर को दहेज हत्या के मामले में पांच साल की सजा सुनाई थी. सजा होने के बाद उसे जामताड़ा स्थित मंडल कारा भेज दिया गया. जहां से उसे 19 अक्टूबर को केंद्रीय जेल दुमका भेज दिया गया था.
कैदी को जामताड़ा जेल से दुमका जेल शिफ्ट किया गया थाः दुमका सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट सत्येंद्र चौधरी ने बताया कि सजा सुनाए जाने के दो दिन बाद जामताड़ा जेल से कैदी को दुमका सेंट्रल जेल भेजा गया था. जिस समय कैदी जेल में आया था बेहद कमजोर था. स्थिति यह थी कि कैदी सही ढंग से चल तक नहीं पा रहा था.
तबीयत बिगड़ने पर कैदी को अस्पताल में कराया गया था भर्तीः दुमका केंद्रीय कारा के अस्पताल में कैदी का इलाज चल रहा था. शनिवार की सुबह कैदी अचानक काफी कांपने लगा. कैदी की गंभीर हालत देखकर उसे तत्काल अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई. जेल प्रशासन ने शव का पोस्टमार्टम करा कर उसके परिजनों को सौंप दिया है. वहीं घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.