दुमकाः झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज दुमका परिसदन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड के दुमका, पलामू और हजारीबाग के मेडिकल कॉलेज के नामांकन में जो रोक लगी है. उसके लिए हेमंत सरकार जिम्मेदार है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि रघुवर सरकार ने तीनों मेडिकल कॉलेज का निर्माण करवाया और पढ़ाई भी शुरू हुई.
उसके बाद हमारी सरकार चली गई. बाद में हेमंत सरकार आई उन्हें इन तीनों मेडिकल कॉलेज को संसाधनों से परिपूर्ण करना था. साथ ही साथ जो फैकल्टी चाहिए उसकी बहाली करनी थी लेकिन इसमें उदासीनता नजर आई.
इसका नतीजा यह हुआ कि एमसीआई ने नामांकन पर रोक लगा दी. गौरतलब है कि 3 दिन पहले दुमका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा था कि तीनों मेडिकल कॉलेज के नामांकन पर जो केंद्र सरकार ने रोक लगाई है. उस संबंध में भाजपा कुछ भी नहीं बोलती. इस पर भी उन्हें मुंह खोलना चाहिए
नेता प्रतिपक्ष के मामले में दिया बयान
बाबूलाल मरांडी ने नेता प्रतिपक्ष की मान्यता न देने के मामले में भी कहा कि चुनाव आयोग ने हमारे विलय को सही माना है उसके बावजूद झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर रोक लगाया है. यह किसके दबाव में हो रहा है यह कहना मुश्किल है .
पुराने दिनों को किया याद
25 दिसंबर को प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है. अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए बाबूलाल ने कहा कि उन्हीं के पहल से झारखंड राज्य अलग हुआ.
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झारखंड बनने के बाद यह क्षेत्र अत्यंत पिछड़ा था . पुलिस बल की कमी थी. एक बार तो ऐसा हुआ की पाकुड़ जिले के पाकुड़िया जाने के क्रम में लुटेरों ने मेरे भी लगभग एक हजार रुपये लूट लिए थे.
झारखंड बनने के बाद जब मैं मुख्यमंत्री बना तो सभी क्षेत्रों में विकास की नई गाथा लिखी. राज्य में अब तक अधिकांश समय भाजपा की सरकार रही इससे इस राज्य का स्वरूप बदला है लेकिन झारखंड में वर्तमान जो सरकार है वह विकास के मामले में पिछड़ रही है.