दुमका: विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकिनाथ धाम मंदिर में श्रद्धालु अब जल अर्पण कर सकेंगे. पंडा, पुरोहितों और स्थानीय लोगों के भारी दबाव के बाद प्रशासन ने अर्घा लगाकर जल अर्पण का आदेश दे दिया है. पंडा, पुरोहित श्रद्धालुओं को मंदिर में कोविड-19 के सभी नियमों का पालन करना होगा. नियमों का उल्लंघन करने पर फिर से अर्घा सिस्टम को बंद कर दिया जाएगा.
कोरोना से बचाव के लिए नियमों का करना होग पालन
वर्तमान परिस्थिति में श्रद्धालुओं की तरफ से मंदिर में अर्घा जल अर्पण प्रारंभ कराने की मांग और उनकी भावना को देखते हुए अर्घा से जलार्पण करने की अनुमति निम्न शर्तों के साथ दी गई है.
- प्रतिदिन अधिकतम एक हजार श्रद्धालुओं को मंदिर में अर्घा के माध्यम से बाबा को जल चढ़ाने की अनुमति होगी.
- सुबह 6:00 बजे से संध्या 4:00 तक ही श्रद्धालुओं को अर्घा के माध्यम से जल चढ़ाने की अनुमति दी गई है.
- कोविड-19 को देखते हुए राज्य सरकार की तरफ से दिए गए निर्देशों का मंदिर प्रशासन को पालन करना अनिवार्य कर दिया गया है.
- किसी प्रकार से निर्देशों के अनुपालन करने में कोताही बरती गई तो आदेश को फिर से निरस्त कर दिया जाएगा.
- ई-पास के माध्यम से ही अर्घा जल अर्पण कर सकेंगे. डायरेक्ट जाने की सुविधा किसी को नहीं होगी.